Vegetable Price Hike: सब्जी के दाम अचानक सातवें असमान पर पहुंच गए हैं. इसकी वजह से आम आदमी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोलकाता में कई बाजारों में सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि टमाटर की कीमतें एक महीने पहले के 45-50 रुपये से बढ़कर 80-100 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई हैं. बैंगन 110-140 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है, जो जून की शुरुआत के दाम के मुकाबले करीब 150 फीसदी की बढ़ोतरी है. करेला, हरी मिर्च और लौकी जैसी कई अन्य सब्जियों की कीमतों में भी औसतन 50 फीसदी का इजाफा हुआ है. वहीं, हरियाणा के करनाल में 40 रुपये किलो बिकने वाला लाल टमाटर 80 रुपए किलो तक पहुंच गया है, 120 रुपये किलो बिकने वाला हरा मटर अब 200 रुपए किलो तक बिक रहा है.

कोलकाता में अंडा, मांस की कीमतें 20-30% बढ़ी

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कोलकाता के बाजारों में अंडे और ‘पॉल्ट्री’ मांस की कीमतों में 20-30 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. पश्चिम बंगाल विक्रेता संघ से जुड़े एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा, अब बंगाल में टमाटर अन्य राज्यों से आ रहा है. लू और भारी बारिश के कारण बेंगलुरु और हिमाचल प्रदेश से टमाटर की आपूर्ति कम हो गई है. इसकी वजह यह है कि उत्पादन भी प्रभावित हुआ है.

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कृषि मंत्री सोभनदेव चट्टोपाध्याय ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा उर्वरकों और परिवहन सब्सिडी में किसानों के लिए सहायता कम करने के बाद से लोगों को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है, जबकि जलवायु परिस्थितियों ने भी स्थिति को और खराब कर दिया है.

तृणमूल कांग्रेस के नेता चट्टोपाध्याय ने कहा, पश्चिम बंगाल सरकार हमारे किसानों को लगातार मदद कर रही है. किसान कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी से प्रभावित हैं. दूसरी ओर केंद्र विभिन्न सब्सिडी में कटौती कर रहा है. इसलिए किसान और आम आदमी दोनों ही परेशान हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास खुदरा वितरण नेटवर्क ‘सुफल बांग्ला’ है, जिसकी दुकानों पर सब्जियां और खाद्य सामग्री उचित मूल्य पर बेची जाती है. 

चट्टोपाध्याय ने कहा,  ‘सुफल बांग्ला’ में टमाटर की कीमत 65 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि खुदरा बाजार में इसकी कीमत न्यूनतम 80 रुपये है. करेला 72 रुपये प्रति किलोग्राम और बैंगन 102 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा है, जो 10-20 फीसदी सस्ता है. हम दुकानों की संख्या 484 से बढ़ाने की योजना बना रहे हैं. 

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आम लोगों की पहुंच से बाहर हो रही सब्जी

हरियाणा के करनाल में कुछ दिन पहले 200 रुपये किलो बिकने वाली अदरक 300 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है. वही 40 रुपये किलो वाली बिकने वाली गोभी 60 रुपये किलो तक मंडी में बिक रही है. दरअसल, अचानक बढ़ते सब्जी के दामों से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मंडी में सब्जी खरीदने पहुंच रहे व्यक्ति बढ़ते सब्जी के दाम सुन हैरान हैं. अधिक मात्रा में सब्जी लेने पहुंच रहे लोग अचानक काम सब्जी खरीद कर अपने घर में ले जा रहे हैं.

लोगों ने कहा, 'महंगाई के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, जिस कारण घर का गुजारा कर पाना काफी मुश्किल हो चुका है, जहां टमाटर अब अपना असली लाल रंग दिखाने लगा है, वहीं अन्य सब्जी भी आम लोगों की पहुंच से बाहर हो रही है.

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सब्जी विक्रेता रामप्रवेश ने कहा, सब्जी के बढ़ते दामों के कारण मंडी में सब्जी कम पहुंच रही है, जिस वजह से सब्जी के दामों में काफी इजाफा हो रहा है. टमाटर 80 रुपए प्रति किलो, मटर 200 रुपए प्रति किलो, अदरक 300 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है, मंडी में ग्राहक भी काफी कम आ रहे हैं क्योंकि सब्जी महंगी हो गई है. जिस कारण लोग सब्जी लेने कम संख्या में मंडी में पहुच रहे हैं.

करनाल मंडी में सब्जी खरीदने पहुंची बबली नाम की महिला ने कहा, टमाटर और मटर इतने महंगे हो चुके हैं कि गरीब आदमी उसे खरीद कर किस तरह से खा सकता है, लेकिन मजबूरी में अब कम सब्जी खरीद कर अपने घर का गुजर बसर कर रहे हैं. वह आगे कहती हैं कि अब करना ही क्या है, हालात ऐसे हैं तो वह 10 या 20 रुपये की सब्जी खरदीकर ही अपना गुजारा करेंगी, क्योंकि अब सब्जी उनकी पहुंच से बाहर हो चुकी है.

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