UP Silk Expo 2024: रेशम कीट पालन के लिए यूपी सरकार दिलाएगी ट्रेनिंग, मिलती है 90% तक सब्सिडी
Silk Expo: उत्तर प्रदेस में सिल्क एक्सपो 7 दिनों तक चलेगा और इसका मुख्य उद्देश्य रेशम के कपड़ों के महत्व को बढ़ावा देना है.
Silk Expo: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने रेशम एक्सपो का उद्घाटन किया. इस खास मौके पर कई हस्तियां शामिल हुई. सीएम योगी ने रेशम मित्र पत्रिका का भी विमोचन किया. मुख्यमंत्री उद्यमियों और किसानों को भी सम्मानित किया. इसी पर अब उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री राकेश सचान का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा,रेशम एक्सपो का आयोजन हर वर्ष किया जाता है और इस बार मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया है. यह एक्सपो 7 दिनों तक चलेगा और इसका मुख्य उद्देश्य रेशम के वस्त्रों के महत्व को बढ़ावा देना है. विशेषकर दीपावली के दौरान. दिवाली (Diwali) पर रेशम का वस्त्र पहनने की परंपरा हमारे समाज में गहरी जड़ें रखती है, जिससे न केवल बिक्री में बढ़ोतरी होती है, बल्कि लोगों को खरीदारी का अवसर भी मिलता है.
उन्होंने आगे कहा,केंद्रीय रेशम बोर्ड और उत्तर प्रदेश रेशम बोर्ड के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम का एक और महत्वपूर्ण पहलू है. इससे जुड़े उत्पादकों को फायदा होगा. इस एक्सपो में लखनऊ वासियों को असली और सस्ते रेशम के उत्पाद उपलब्ध होंगे, जो कि बाजार में उनकी पहुंच को और भी बढ़ाएगा.
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उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री ने पहले ही बैठक में उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया था. पहले, उत्तर प्रदेश में रेशम का उत्पादन 300 मीट्रिक टन था, जिसे अब 400 मीट्रिक टन तक बढ़ा दिया गया है. अधिकारियों ने वादा किया है कि अगले चरण में इसे 500 मीट्रिक टन तक पहुंचाने का लक्ष्य है.
रेशम कीट पालन पर 90% तक सब्सिडी
उन्होंने कहा, केंद्रीय रेशम बोर्ड की ओर से कई योजनाएं चल रही हैं, जिसमें एससी और एसटी वर्ग के किसानों को 90% और अन्य किसानों को 75% तक सब्सिडी दी जा रही है. इससे न केवल उत्पादक किसानों को मदद मिलेगी, बल्कि रेशम उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री ने रेशम कीट पालन के लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई है. रेशम का उत्पादन करने के लिए कीड़ों का पालन एक विशेष कौशल है. अगर किसान इसे सही तरीके से सीखे, तो रेशम उत्पादन में सुधार होगा.
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इसके साथ ही, मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण है कि उत्तर प्रदेश को रेशम के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है. रेशम की डिजाइन और गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया जाएगा ताकि उत्पाद की मांग को पूरा किया जा सके. मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था पर भी जोर दिया है. उन्होंने कहा कि राज्य में भय का वातावरण समाप्त हो चुका है और लोग अब अमन-चैन से जी रहे हैं. हालांकि, सरकार सतर्क है कि कानून व्यवस्था में कोई भी खलल न पड़े. अपराधियों से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है, और सरकार का समर्थन हमेशा उनके साथ है.
इस प्रकार, रेशम एक्सपो (Sile Expo) न केवल उद्योग को बढ़ावा देने का एक माध्यम है, बल्कि यह प्रदेश की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को भी सुधारने का एक महत्वपूर्ण कदम है.