Success Story: कभी कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करने वाली नीतू की जिंदगी आज खुशियों से भर गई है. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) से लोन लेकर नीतू ने डेयरी का बिजनेस (Dairy Business) शुरू किया है और आर्थिक रूप से सशक्त हुईं. आज वो डेयरी बिजनेस से हर महीने लाखों की कमाई कर रही हैं. उन्होंने जीरो से शुरू कर आज अपना मुकाम बनाया है.

बच्चों के सिर से पिता का साया उठा

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छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर के ठनगनपारा में नीतू चंवर अपने दो बच्चों के साथ रहती हैं. तीन साल पहले उनके पति का निधन हो गया. पति टेलरिंग का काम करते थे, जिससे रोजी-रोटी चलती थी. दो बच्चों की परवरिश, उनके पढ़ाई-लिखाई सबका खर्च, इसी काम से चल रहा था. पति का निधन हमारे जीवन में दुखों के पहाड़ की तरह था. एक तो बच्चों के सर से उनके पिता का साया उठ जाना और ऊपर से परिवार के इकलौते कमाने वाले व्यक्ति का चले जाना.

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मुद्रा लोन लेकर शुरू किया डेयरी बिजनेस

ऐसे में उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती बच्चों का पालन-पोषण और उनका भविष्य था, उनके भविष्य की चिंता मुझे सताने लगी. तब उन्होंने खुद कुछ काम करने की सोची,  लेकिन कुछ समझ नही आ रहा था कि कहा से और कैसे शुरू करें, क्योंकि किसी भी बिजनेस के लिए पैसे की जरूरत थी, जो बचत थी, वो भी खत्म हो गई थी. ऐसे में मुझे प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) के बारे में पता चला. उन्होंने आवेदन किया, उनको 25,000 रुपये का लोन मिला. लोन मिलने के बाद उन्होंनें एक गाय खरीदी और डेयरी का बिजनेस शुरू किया.

दूध बेचकर लाखों में होती है कमाई

छत्तीसगढ़ कृषि विभाग के मुताबिक, डेयरी का बिजनेस शुरू करने के बाद नीतू को दूध बेचकर अच्छी कमाई होने लगी. जैसे-जैसे आमदनी बढ़ती गई, नीतू ने और गाय खरीदी. आज उनके पास कुल 8 गाय हैं, जिससे नीतू रोजाना 60 लीटर दूध बेचतीं हैं. नीतू को महीने में लगभग 1 लाख रुपये तक की आमदनी होती है. गाय की देखभाल, चारा आदि के बाद भी अच्छी खासी राशि की बचत हो जाती है.

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बेटी का शिक्षिका बनने का सपना अब होगा पूरा

नीतू की बड़ी बेटी रेणु एमए की पढ़ाई कर रहीं हैं. रेणु बताती हैं कि पिता के निधन के बाद हमारा परिवार बिखर गया. मैं अपनी पढ़ाई छोड़कर मां के साथ साप्ताहिक बाजार में मनिहारी का सामान बेचने लगी और छोटा भाई रमन अपनी पढ़ाई छोड़कर प्राइवेट नौकरी करने लगा. मेरा सपना पढ़- लिखकर शिक्षिका बनने का है, आज जब हमारी आर्थिक स्थिति ठीक हो गई है, तो वो सपना भी पूरा होगा. एमए की पढ़ाई के बाद मैं बीएड करूंगी और शिक्षिका बनूंगी. वहीं भाई को भी आगे पढ़ाई करने और सरकारी नौकरी के लिए प्रेरित करूंगी.