Success Story: आज के समय में अगर आप खेती से मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपको पारंपरिक खेती को छोड़ समेकित कृषि प्रणाली (Integrated Farming System) अपनाना होगा. यह एक ऐसी तकनीक है जिसके जरिए किसान भाई कमाई बढ़ाकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकते हैं. बिहार के एक प्रगतिशील किसान द्वारा समेकित कृषि प्रणाली (Integrated Farming System) अपनाकर धान (Paddy), मछली पालन (Fish Farming), मशरूम (Mushroom) और सेब (Apple Cultivation) की खेती कर किसानों को प्रेरित कर रहे हैं.

क्या है समेकित कृषि प्रणाली?

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एंटिग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम यानी समेकित कृषि प्रणाली खेती की एक ऐसी विधि है जिसमें फसल उत्पादन के साथ-साथ अन्य सह बिजनेस जैसे पशुपालन, कुक्कुट पालन, मधुमक्खी पालन, रेशम पालन, मछली पालन, खरगोश पालन, सब्जियों की खेती, फलों की खेती, मशरूम उत्पादन, कम्पोस्ट उत्पादन, सोलर एनर्जी प्रोडक्शन और बायो-गैस आदि एक साथ करते हैं. इस पद्धति में खेती के एक अवयव से मिले अवशेष का उपयोग दूसरे अवयव की उत्पादकता बढ़ाने में किया जाता है. जैसे पशुओं से मिले गोबर का इस्तेमाल गोबर गैस, मछली पालन और वर्मीकम्पोस्ट बनाने में किया जाता है.

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मशरूम उत्पादन से 1.5 से 2 लाख रुपये की कमाई

पटना के अनंतपुर गांव के प्रगतिशील किसान समेकित कृषि प्रणाली को अपनाकर सालाना लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं. वो धान के अलावा मछली पालन, मशरूम और सेब की खेती करते हैं. बिहार सरकार कृषि विभाग के मुताबिक, वो मशरूम की खेती से 4 महीने में 1.5 से 2 लाख रुपये की कमाई कर लेते हैं. उनका कहना है कि मशरूम उत्पादन में 50 हजार की लागत आती है.

एक तालाब से 6 महीने में ₹4-5 लाख का मुनाफा

इसके अलावा, प्रगतिशील किसान एक तालाब में मछली पालन से 6 महीने में 4 से 5 लाख रुपये कमाता है. उनके पास कुल तीन तालाबा है. यानी वो मछली पालन से सालाना 12 से 15 लाख रुपये की कमाई कर लेते हैं. वो थोड़ा बहुत धान की भी खेती करते हैं.