Paddy Crop Seeds: धान, खरीफ सीजन की मुख्य फसल है. मानसून के आगमन के साथ झारखंड में धान की खेती शुरू हो जाएगी. इसे देखते हुए झारखंड में कृषि विभाग की ओर से खरीफ की फसल के लिए बीज का वितरण शुरू कर दिया गया है. किसानों को 50 फीसदी सब्सिडी पर धान का बीज दिया जा रहा है. इससे धान की खेती करने वाले किसानों को फायदा होगा. उनको कम लागत में ज्यादा मुनाफा होगा.

52 हजार क्विंटल बीज वितरण का लक्ष्य 

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विभाग की ओर से सभी जिलों में धान का बीज किसानों को उपलब्ध कराया जा रहा है.  जिलों की मांग के अनुसार विभाग की ओर से बीज भेजा जा रहा है. ये बीज राष्ट्रीय बीज निगम से मंगाया जा रहा है. विभाग ने अब तक 25730 क्विंटल बीज की खरीदारी की है. विभाग की ओर से इस बार 52,000 क्विंटल बीज वितरण करने का लक्ष्य रखा गया है. 

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जरूरी होंगे ये डॉक्यूमेंट्स

झारखंड में लगभग 15 लाख किसान रजिस्टर्ड हैं, जिन्हें बीज उपलब्ध कराया जा रहा है. राज्य में धान की खेती करने का इच्छुक कोई भी किसान बीज के लिए ब्लॉक चेन के जरिए अपना पंजीयन करा सकते हैं. इसके लिए आधार कार्ड और मोबाइल की जरूरत होगी.

बीज की खरीदारी के वक्त किसान के मोबाइल नंबर पर ओटीपी मिलेगा. ओटीपी देने पर ही लैम्पस पैक्स से उसे बीज मिलेगा. विभाग ने बीज वितरण में गड़बड़ी की संभावना को पूरी तरह से खत्म करने के लिए पिछले कुछ वर्षों से ब्लॉक चेन के जरिये ही बीज का वितरण का काम कर रही है.

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50 फीसदी अनुदान पर मिल रहा बीज

राज्य सरकार किसानों को राहत देने के लिए 50 फीसदी अनुदान पर बीज उपलब्ध करा रही है. किसानों को लगभग 20 से 22 रुपये प्रति किलो के हिसाब से धान का बीज दिया जा रहा है. राष्ट्रीय बीज निगम या विबाग की ओर से चयनित एजेंसी की खरीप फसल के लिए बीजों की खरीदारी है. खरीदारी के बाद विभाग की ओर से अपने स्तर पर बीजों का सैंपल लेकर जांच कराया जाता है. प्रत्येक लॉट का सैंपल लिया जाता है. अगर सैंपल फेल होता है तो किसानों को फिर से मुफ्त में बीज उपलब्ध कराया जाता है.