Sarkari Yojana: किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा नई-नई योजनाएं चलाई जाती हैं. इसी कड़ी में, बिहार सरकार (Bihar Government) ने किसानों के हित में बड़ा फैसला लिया है. राज्य सरकार ने फसल विविधीकरण योजना के तहत शुष्क बागवानी कार्यक्रम चला रही है. इस योजना के तहत आंवला, नींबू, बेल और कटहल करने वाले किसानों को बिहार सरकार सब्सिडी (Subsidy) दे रही है. सरकार ने फसल विविधिकरण और जलवायु परिवर्तन को देखते हुए आंवला, नींबू, कटहल और बेल को बढ़ावा देने का फैसला लिया है.

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फसल विविधीकरण योजना के तहत शुष्क बागवानी कार्यक्रम में आंवला, नींबू, बेल और कटहल के लिए ऑनलाइन आवेदन 29 नवंबर 2023 से शुरू हो गया है. इस योजना का लाभ राज्य के 7 जिलों के किसान उठा सकते हैं. आइए जानते हैं इस योजना के बारे में सबकुछ.

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कौन उठा सकता है फायदा?

बिहार के 7 जिलों के किसान इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. इसमें गया, जमुई, मुंगेर, नवादा, औरंगाबाद, कैमूर और रोहतास जिले शामिल हैं. योजना के लिए चयनित जिलों में मानसून के दौरान बारिश कम होती है. इन शुष्क फलों की खेती से किसानों की आमदनी बढ़ेगी. इच्छुक किसान न्यूनतम 5 पौधा और अधिकतम 4 हेक्टेयर रकबा के लिए योजना का लाभ ले सकते हैं.

कितनी मिलेगी सब्सिडी

बिहार सरकार उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग की ट्वीट के मुताबिक, फसल विविधीकरण योजना के तहत शुष्क बागवानी कार्यक्रम में किसानों को आंवला, नींबू, बेल और कटहल की खेती करने के लिए 50 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी. इसके तहत, किसान प्रति हेक्टेयर आंवला और नींबू के 400 पौधे और बेल, कटहल के 100 पौधे लगा सकते हैं. किसानों को कुल लागत का 50 फीसदी या अधिकतम 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर दिए जाएंगे.

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यहां करें आवेदन

योजना का लाभ लेने के लिए किसान उद्यान निदेशालय की वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in पर उपलब्ध 'फसल विविधीकरण योजना' के 'आवेदन करें' लिंक पर जाएं और जरूरी डीटेल भरते हुए आवेदन कर सकते हैं. विशेष जानकारी के लिए संबंधित जिला के सहायक निदेशक उद्यान से संपर्क किया जा सकता है.