Pulses Price: लगातार बढ़ती गर्मी, महंगी होती सब्जियों ने दाल कीमतों पर भी असर किया है. बाजार में दाल की बढ़ती कीमत पर लगाम की सरकारी कोशिशों में एक और एक्शन जल्द उठाया जाएगा. बिग चेन रिटेलर्स को हफ्ते में दो बार स्टॉक डिस्क्लोजर देना पड़ सकता है. 15 अप्रैल से अनिवार्य वीकली डिस्क्लोजर के बावजूद बिग चेन जरूरी अपडेट नहीं दे रहे थे.

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दाल कीमतों को लेकर सरकार का लगातार एक्शन जारी है. इसी के तहत *बिग चेन रिटेलर्स को हफ्ते में दो बार देना पड़ सकता है स्टॉक डिस्क्लोजर. DMart, Relaince रिटेल, ITC फूड्स, पतंजलि समेत सभी को निर्देश जल्द जारी होंगे. साथ ही सरकार रिजनेबल प्रॉफिट मार्जिन के लिए भी कहेगी.

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आयात को लेकर सप्लायर देशों से बातचीत जारी

सरकार दाल के इंपोर्ट को लेकर भी लगातार सप्लायर देशों से बातचीत कर रही है. पूरी कवायद इस बात को लेकर कि आम आदमी को महंगाई का झटका न लगे. सरकार का कहना ही कि बढ़ती गर्मी के चलते हरी सब्जियां महंगी हुई हैं, ऐसे में लोग दालों की तरफ शिफ्ट हुए हैं,जिसका फौरी असर कीमतों पर दिख रहा है.

इस बीच, केंद्रीय उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा कि दालों की कीमतों को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि अगले महीने से इन तीनों दालों का आयात भी बढ़ेगा जिससे घरेलू आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी. पिछले 6 महीनों में अरहर, चना और उड़द दालों की कीमतें स्थिर रही हैं, लेकिन उच्च स्तर पर बनी हुई हैं. मूंग और मसूर दालों की कीमत की स्थिति संतोषजनक है. 

 

सचिव ने कहा कि जुलाई से तुअर, उड़द और चना की कीमतों में नरमी आने की संभावना है. मौसम विभाग ने सामान्य मानसून बारिश का अनुमान लगाया है जिससे दालों की खेती के रकबे में काफी सुधार होगा. सरकार किसानों को बेहतर बीज उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है.