Crop Insurance: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PM Fasal Bima Yojana) के तहत 32,440 करोड़ रुपये के प्रीमियम के मुकाबले किसानों को 1.64 लाख करोड़ रुपये के बीमा दावे का भुगतान किया गया है.

₹1.64 लाख करोड़ के दावों का भुगतान

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प्रश्नकाल के दौरान योजना पर एक पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार (Modi Government) ने पिछली योजना की विसंगतियों को दूर करके इसे किसान हितैषी बनाया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) देश में खरीफ 2016 सीज़न में शुरू की गई थी और यह राज्यों के लिए स्वैच्छिक है. मंत्री ने कहा, अब तक किसानों द्वारा दिए गए 32,440 करोड़ रुपये के प्रीमियम के मुकाबले 1.64 लाख करोड़ रुपये के दावों का भुगतान किया गया है.

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चौहान का कहना है कि किसानों द्वारा दिए गए प्रीमियम की तुलना में 5 गुना अधिक दावों का भुगतान किया गया है. दावों के निपटान में देरी के संबंध में द्रमुक सदस्य कनिमोई के पूरक प्रश्न का उत्तर देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार ने इस विषय पर ‘रिमोट सेंसिंग’ जैसे कई उपाय किए हैं.

फसल बीमा के फायदे

खरीफ मौसम 2024 प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों को कम से कम प्रीमियम दर में ज्यादा से ज्यादा मुआवजा प्रधान करती है और किसानों को आत्मनिर्भर बनाती है. पीएमएफबीवाई का उद्देश्य किसानों पर वित्तीय बोझ को कम करना है, जिससे बीमा किफायती और सुलभ हो सके. भारत में फसल बीमा पर सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है.

PMFBY जैसी योजनाओं के लिए किसान को खरीफ फसलों के लिए अधिकतम 2% और रबी फसलों के लिए 1.5% तक का मामूली प्रीमियम देना पड़ता है. पीएम फसल बीमा का फायदा लेने के लिए किसान के पास आधार कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी और भूमि संबंधित दस्तावेज यानी खतौनी होना जरूरी है.

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