Kanda Express: प्याज से भरे 42 डिब्बों को लेकर ‘कांदा एक्सप्रेस’ (Kanda Express) दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई. सरकार ने पहली बार ट्रेन से प्याज का बल्क ट्रांसपोर्टेशन की है. सरकार दिवाली से पहले बाजार में पर्याप्त उपलब्धता बनाकर दाम नियंत्रित करने की तैयारी के तहत रेलवे के जरिए 1,680 टन प्याज दिल्ली-NCR के थोक बाजारों में ऑक्शन करेगी. ‘कांदा एक्सप्रेस’ महाराष्ट्र के लासलगांव रेलवे स्टेशन से देर रात दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पहुंची.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

‘कांदा एक्सप्रेस’ (Kanda Express) से दिल्ली में प्याज पहुंचने पर दिल्ली और इसके आसपास के बाजारों में 2,500 से 2,600 टन प्याज की रोजाना सप्लाई होगी. NCCF और नेफेड बाजार में 35 रुपये किलो में प्याज आम लोगों उपलब्ध करा रही है. हालांकि दिल्ली के खुदरा बाजार में प्याज का दाम 75 रुपये किलो से ज्यादा है.

ये भी पढ़ें- MSP पर धान, ज्वार और बाजरा बिक्री के लिए रजिस्ट्रेशन का आज अंतिम मौका, चूके तो होगा नुकसान

दिवाली से पहले आम लोगों को मिलेगी राहत

इसी तरह की व्यवस्था का लखनऊ, वाराणसी और असम, नागालैंड और मणिपुर सहित पूर्वोत्तर राज्यों तक विस्तार किया जाएगा. सरकार परिवहन में प्याज के नुकसान को कम करने के लिए सील बंद कंटेनर परिवहन के लिए कॉनकॉर्ड के साथ भी बातचीत कर रही. आम लोगों को राहत देने के लिए सरकार दिवाली से पहले मोबाइल वैन, एनसीसीएफ और नेफेड के जरिए प्याज का वितरण करेगी. ऑनलाइन प्लेटफार्म, ईकॉमर्स, ONDC और रिटेल चेंस के जरिए बिक्री होगी.

 

केंद्र के मुताबिक सरकार ने इस वर्ष मूल्य स्थिरीकरण बफर के लिए 4.7 लाख टन रबी सीजन का प्याज खरीदा था. बफर से लगभग 92,000 मीट्रिक टन प्याज नासिक और अन्य स्रोत केंद्रों से सड़क परिवहन द्वारा ट्रकों के जरिये उपभोग केंद्रों तक भेजा जा चुका है.

हाल ही में उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा कि प्याज परिवहन के साधन के रूप में रेलवे का महत्व बढ़ने वाला है क्योंकि प्याज को मार्केट में पहुंचाने की गति को बढ़ाने के लिए और अधिक गंतव्यों को जोड़ा जा रहा है. आने वाले दिनों में लखनऊ और वाराणसी के लिए रेल रेक द्वारा शिपमेंट निर्धारित किया गया है.