Micro Irrigation Scheme: रबी सीजन में फसलों की बुवाई शुरू हो गई है. बुवाई के बाद समय पर खेतों की सिंचाई जरूरी होगी. सिंचाई के लिए किसान नई तकनीक का इस्तेमाल कर पानी के साथ पैसे की भी बचत कर सकते हैं. किसानों की मदद के लिए बिहार सरकार ने सूक्ष्म सिंचाई योजना (Micro Irrigation Scheme) चलाई है. इसके तहत ड्रिप, स्प्रिंकलर सिंचाई अपनाने पर 80% तक सब्सिडी (Subsidy) दी जाती है. इस स्कीम के जरिए राज्य के लाखों किसानों को फायदा मिलेगा.

क्या है सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली (Micro Irrigation System)?

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सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली (Micro Irrigation System) एक ऐसी सिंचाई पद्धति है जो न केवल पानी को बचाती है बल्कि पैदावार को भी बढाती है. इस पद्धित में जितना पानी पौधों को खाना बनाने के लिए जरूरी होता है, उतना ही पानी इस विधि द्वारा दिया जाता है. सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली का उद्देश्य है कि किसानों को कम लागत में अधिक पैदावार मिले, सिंचाई के दौरान पानी की बचत हो, ग्राउंड वाटर लेवल बना रहे, जल उपयोग की क्षमता को बढ़ावा मिलने के साथ ही उन्नत तकनीक से सिंचाई हो.

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कौन उठा सकता है फायदा?

बिहार का निवासी हो, आवेदन करने वाले की उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए. खेती के लिए जमीन होनी जरूरी है. सूक्ष्म सिंचाई योजना का लाभ लेने के लिए जरूरी कागजात की जरूरत होगी. आवेदक के पास किसान पंजीकरण, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी, फोटो, जमीन स्वामित्व प्रमाणपत्र या लगान रसीद, आय प्रमाण पत्र होने चाहिए.

कहां करें आवेदन?

सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत सब्सिडी का लाभ लेने के लिए आवेदक को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. आवेदक बिहार सरकार की हॉर्टिकल्चर विभाग की वेबसाइट पर आवेदन किया जा सकता है.

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