Chemical Urea: सरकार ने किसानों से आगामी रबी (सर्दियों की बुवाई) मौसम (Rabi Season) में रासायनिक उर्वरकों (Chemical Fertilisers) और कीटनाशकों का उपयोग 20% तक कम करने को कहा है. इसके साथ सरकार ने चेताया है कि जो लोग अत्यधिक सब्सिडी वाले यूरिया (Urea) के दुरुपयोग के दोषी पाए जाएंगे, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार (Modi Government) द्वारा पिछले नौ वर्षों में की गई पहल के बारे में बताने के लिए अक्टूबर मध्य में 'किसान समृद्धि महोत्सव' (Kisan Samridhi Mahotsav) आयोजित करने की भी योजना बना रही है. 'कृषि रथ यात्राएं’ (Krishi Ratha Yatras) भी आयोजित की जाएंगी.

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यहां 500 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र (PMKSKs) में 1,000 से अधिक किसानों को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग पर चिंता जताई. उन्होंने कहा, हमें रासायनिक उर्वरकों का उपयोग कम करना होगा. अब नैनो-लिक्विड यूरिया (nano-liquid urea), नैनो-लिक्विड डीएपी (nano-liquid DAP), जैव-उर्वरक (bio-fertilisers) और पीओएम (Phosphate Rich Organic Manure) जैसे विकल्प उपलब्ध हैं. मैं किसानों से आगामी रबी बुवाई सत्र में 20% रासायनिक उर्वरकों की खपत कम करने का आग्रह करता हूं. इसे वैकल्पिक फसल पोषक तत्वों से बदला जाना चाहिए.

सब्सिडी वाले यूरिया के इंडस्ट्री में इस्तेमाल पर कार्रवाई

मॉडविया ने पीएमकेएसके संचालकों, अन्य डीलरों और उर्वरक कंपनियों को अत्यधिक सब्सिडी वाले यूरिया (Urea) को अन्य उद्योगों में ट्रांसफर करने के खिलाफ भी चेतावनी दी. मंत्री ने कहा, हमने उद्योगों को कृषि ग्रेड यूरिया के दुरुपयोग के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस की नीति अपनाई है. इसपर रोक लगाने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना बनाई गई है.  मांडविया ने कहा कि दोषी पाए जाने पर निर्माताओं, खरीदारों और विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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पकड़े जाने पर जाना पड़ सकता है जेल

पिछले महीने, उर्वरक विभाग ने प्लाईवुड और अन्य उद्योगों को अत्यधिक सब्सिडी वाले यूरिया के ट्रांसफर पर रोक लगाने के लिए एक व्यापक कार्ययोजना तैयार की है. इसका उल्लंघन करने वालों को जेल भी जाना पड़ सकता है.

केंद्र सरकार द्वारा किसानों को नीम-कोटेड यूरिया (Neem-coated urea) 266 रुपये प्रति बैग (45 किलोग्राम) की अत्यधिक रियायती दर पर उपलब्ध कराया जाता है, जो औद्योगिक उपयोग के लिए तकनीकी-ग्रेड यूरिया से काफी सस्ता है. एग्री-ग्रेड यूरिया को राल/गोंद, प्लाईवुड, क्रॉकरी, मोल्डिंग पाउडर, पशु चारा और औद्योगिक खनन विस्फोटक बनाने वाले उद्योगों में ट्रांसफर करने के उदाहरण देखे जाते हैं.

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