आम के पेड़ में आने लगे मंजर, कीट से बचाव के लिए करें ये उपाय, बंपर पैदावार से होगी तगड़ी कमाई
Mango Farming: आम के पेड़ में मंजर या बौर आने लगे हैं. मंजर लगने के साथ ही कीट-रोगों का प्रकोप भी बढ़ जाता है. ऐसे में यह जरूरी है कि किसान आम के मंजरों की देखभाल शुरू कर दें.
Mango Farming: आम के पेड़ में मंजर या बौर आने लगे हैं. मंजर देखकर किसानों के चेहरे खिल गए हैं. आम के पेड़ में मंजर लगने के साथ ही कीट-रोगों का प्रकोप भी बढ़ जाता है. अब समय आ गया है कि आम के मंजरों की देखभाल शुरू कर दिया जाए. कभी-कभी देखने को मिलता है कि भरपूर मंजर आने के बावजूद भी मंजरों की सुरक्षा नहीं होने पाने के कारण फसल को बहुत कम हो जाता है या कभी-कभी नहीं हो पाता. इसलिए समय रहते कुछ बातों का ध्यान रखकर किसान नुकसान से बच सकते हैं.
बिहार कृषि विभाग के मुताबिक, फरवरी महीने में आम के मंजरों पर मधुआ कीट (Mango Hopper), दहिया कीट (Mango Mealy Bug) और पाउडरी मिल्ड्यू (Powdery Midew) और एन्थ्रैकनोज (Anthracnose) जैसी कीटों का हमला मुख्य रूप से होता है. इससे मंजरों की सुरक्षा के लिए तीन छिड़काव सही-समय पर करना चाहिए, जिससे उत्पादन अच्छा होता है.
ये भी पढ़ें- चौथी पास महिला ने किया कमाल, मछली बेचकर हर साल कमा रही ₹25 लाख से ज्यादा
1. पहला छिड़काव
आम में पहला छिड़काव मंजर निकलने के पहले किसान एक रेकमेन्डड कीटनाशक के साथ किया जा सकता है. पहला छिड़काव इस तरह किया जा है कि कीटनाशक पेड़ की छाल के दरारों में छुपे मधुआ कीट तक पहुंचे, क्योंकि ये वायुमंडल का तापमान बढ़ने के साथ अपनी संख्या में बढ़ोतरी में लग जाती है.
2. दूसरा छिड़काव
मंजरों में मटर के बराबर दाना लग जाने पर कीटनाशक के साथ-साथ किसी एक फफूंदनाशी को मिलने की सलाह है जो मंजर को पाउडरी मिल्ड्यू और एन्थ्रैकनोज रोग से सुरक्षित रखता है. साथ ही इस घोल में अल्फा नेपथाईल एसीटिक एसिड (पीजीआर) मिलाया जाता है जो फलों को गिरने से रोकता है.
ये भी पढ़ें- किसानों को कम कीमत पर एग्री मशीन खरीदने का सुनहरा मौका, यहां 9 फरवरी से लगेगा कृषि मशीनरी मेला, जानिए सबकुछ
3. तीसरा छिड़काव
आम में जब टिकोला बनने लगे तब तीसरा छिड़काव किया जाना चाहिए. तीसरे छिड़काव में कीटनाशी के साथ अल्फा नेपथाईल एसीटिक एसिड के अलावा जरूर के अनुसार एक फफूंदीनाशक को मिलाकर छिड़काव किया जाना चाहिए.
नोट:-
- मंजर के समय बूंदा-बांदी हो जाने पर घुलनशील सल्फर या कार्बेन्डाजिम या हेक्साकोनाजोल का छिड़काव जरूर करना चाहिए.
- दहिया कीट नियंत्रण के लिए कीटनाशक के तैयार घोल में कोई स्टीकर जरूर मिला दें.
- फल व मंजर को गिरने से बचाने के लिए दूसरे और तीसरे छिड़काव में कीटनाशक के तैयार घोल के साथ अल्फा नेपथाईल एसीटिक एसिड 4.5% एस.एल. का 4 मिली लीटर प्रति 10 लीटर की दर से छिड़काव करना चाहिए.
- दूसरे छिड़काव में सल्फर 80 घुलनशील चूर्ण 3 ग्राम प्रति लीटर घोल की दर से मिलाकर छिड़काव करना फायदेमंद होगा.
- अल्फा नेपथाईल एसीटिक एसिड 4.5% एस.एल. का छिड़काव रेकमेन्डड निर्धारित मात्रा से अधिक होने पर मंजर जल जाता है.
ये भी पढ़ें- ग्रेजुएशन के बाद 2 महीने का किया कोर्स, हर साल ₹15 लाख की कर रहे कमाई
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें