फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड (KRIBHCO) कच्चे माल के तौर पर मक्के (Maize) और टूटे चावल (Broken Rice) का उपयोग करके तीन एथेनॉल विनिर्माण प्लांट स्थापित करने के लिए लगभग 1,100 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है. इन तीनों संयंत्रों की क्षमता प्रतिदिन 250 किलोलीटर एथेनॉल उत्पादन (Ethanol Production) की होगी. ये संयंत्र गुजरात, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में स्थापित किए जा रहे हैं.

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कृभको के चेयरमैन चंद्र पाल सिंह ने कहा, हम अपनी विविधीकरण योजना के तहत तीन जैव एथनॉल संयंत्र स्थापित कर रहे हैं. कृभको के प्रबंध निदेशक राजन चौधरी ने कहा कि इन संयंत्रों का परिचालन 2024 के अंत तक शुरू होने की संभावना है.

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चौधरी ने कहा, हम ये 3 संयंत्र स्थापित करने के लिए लगभग 1,100 करोड़ रुपये का निवेश कर रहे हैं। हम कच्चे माल के रूप में मक्के और टूटे चावल का उपयोग कर रहे हैं. चौधरी ने कहा कि सहकारी समिति पेट्रोल (Petrol) में मिश्रण के लिए ऑयल मार्केटिंग कंपनीज (OMCs) को एथेनॉल की आपूर्ति करेगी.

पेट्रोल में एथेनॉल ब्लेंडिंग 20% का लक्ष्य

अभी पेट्रोल में एथेनॉल ब्लेंडिंग 12% है और 2025 तक इसे 20% तक पहुंचाने का लक्ष्य है. कृभको ने गुजरात के हजीरा, आंध्र प्रदेश के नेल्लोर और तेलंगाना के जगतियाल में तीन जैव एथेनॉल परियोजनाएं स्थापित करने के लिए पूर्ण स्वामित्व वाली विशेष इकाई (SPV) ‘कृभको ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड’ (KRIBHCO Green Energy Private Limited) का गठन किया है.

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अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कृभको ने कहा है कि एसपीवी की तीनों परियोजनाओं के लिए पर्यावरण मंजूरी और ब्याज सहायता योजना के लिए खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग की सैद्धान्तिक मंजूरी मिल गई है.