किसानों के लिए अच्छी खबर! जनवरी में भारत का उर्वरक आयात 3.9% बढ़कर 19.04 लाख टन पर
देश ने जनवरी, 2022 के दौरान 18.33 लाख टन उर्वरकों का आयात किया था. ताजा आंकड़ों के अनुसार, 19.04 लाख टन के कुल आयात में 10.65 लाख टन यूरिया, 5.62 लाख टन डाय-अमोनियम फॉस्फेट (DAP), 1.14 लाख टन म्यूरेट ऑफ पोटाश (MOP) और 1.63 लाख टन मिश्रित उर्वरक शामिल है.
देश का उर्वरक आयात इस साल जनवरी में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 3.9% बढ़कर 19.04 लाख टन हो गया. उर्वरक मंत्रालय के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. देश ने जनवरी, 2022 के दौरान 18.33 लाख टन उर्वरकों का आयात किया था. ताजा आंकड़ों के अनुसार, 19.04 लाख टन के कुल आयात में 10.65 लाख टन यूरिया, 5.62 लाख टन डाय-अमोनियम फॉस्फेट (DAP), 1.14 लाख टन म्यूरेट ऑफ पोटाश (MOP) और 1.63 लाख टन मिश्रित उर्वरक शामिल है.
पिछले साल के इसी महीने में देश ने 12.48 लाख टन यूरिया, 2.45 लाख टन डीएपी और 3.40 लाख टन एमओपी का आयात किया था. इसमें एमओपी का आयात कृषि और औद्योगिक उपयोग दोनों के लिए ही हुआ था.
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आंकड़ों के मुताबिक, इस साल जनवरी के दौरान घरेलू उर्वरक उत्पादन भी बढ़कर 39.14 लाख टन हो गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 32.16 लाख टन रहा था. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उर्वरक कीमतों में गिरावट का रुख है. इस साल जनवरी में यूरिया की कीमतें (माल ढुलाई के बाद) 44.26% घटकर 500 डॉलर प्रति टन रह गईं, जो एक साल पहले की समान अवधि में 897 डॉलर प्रति टन थीं. इसी तरह इस साल जनवरी में डीएपी की वैश्विक कीमतें 26.28% घटकर 679 डॉलर प्रति टन, फॉस्फोरिक एसिड 11.65% घटकर 1,175 डॉलर प्रति टन और अमोनिया की दर लगभग 17.42% घटकर 929 डॉलर प्रति टन रह गई.
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इस साल जनवरी में गंधक (सल्फर) की कीमत भी एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 52.51% घटकर 161 डॉलर प्रति टन रह गई. हालांकि, इस साल जनवरी में एमओपी की वैश्विक कीमत करीब 32.58% बढ़कर 590 डॉलर प्रति टन हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 445 डॉलर प्रति टन थी. यहां तक कि रॉक फास्फेट की कीमत भी जनवरी में करीब 68.06 प्रतिशत बढ़कर 242 डॉलर प्रति टन हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 144 डॉलर प्रति टन थी.
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