इस राज्य में धान की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को दी जा रही रियायतें, खरपतवार हटाने के लिए मिलते हैं इतने रुपये
Paddy Crop: जलवायु परिवर्तन, बढ़ती श्रम लागत तथा कुछ अन्य कारक राज्य के धान उत्पादकों के लिए बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं.
Paddy Crop: गोवा में किसानों के लिए धान की खेती काफी चुनौतीपूर्ण हो गई है और ऐसे में इस फसल को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने कई उपाय लागू किए हैं. राज्य के कृषि निदेशक संदीप फल देसाई ने बताया कि अब 23,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में धान की खेती की जाती है. 10,000-12,000 किसान सक्रिय रूप से इसकी खेती में लगे हुए हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, बढ़ती श्रम लागत तथा कुछ अन्य कारक राज्य के धान उत्पादकों के लिए बड़ी चुनौती पेश कर रहे हैं.
अधिकारी ने बताया कि अधिक किसानों को धान की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने इस फसल के लिए सब्सिडी (Subsidy) और सुनिश्चित न्यूनतम मूल्य की पेशकश करते हुए अलग-अलग योजनाएं शुरू की हैं.
बीज खरीदने के लिए मिलती है 50% सब्सिडी
देसाई ने कहा, गोवा एकमात्र ऐसा राज्य है जो सामुदायिक खेती से जुड़ी पहल के तहत प्रति हेक्टेयर 2.5 लाख रुपये का वित्तीय लाभ देता है. उन्होंने कहा कि बीज खरीदने के लिए 50% सब्सिडी दी जाती है, जबकि खरपतवार हटाने के लिए 15,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मंजूर किए गए हैं.
गोवा के ‘धान पुरुष’ के नाम से मशहूर फादर जॉर्ज क्वाड्रोस ने बताया कि वह मशीनीकृत खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह राज्य में धान की खेती के क्षेत्र को बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं. साथ ही दिए जा रहे लाभ किसानों को इस पारंपरिक फसल को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं.