अक्टूबर माह में सर्दी का असर शुरू हो जाता है. बदलते मौसम के साथ पशुओं के बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है. ठंड के मौसम में पशुपालकों को विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. इस समय पशुओं की उचित देखभाल नहीं करने पर उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है और दूध का उत्पादन घट जाता है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए अक्टूबर माह में पशुपालकों इन बातों पर ध्यान देना चाहिए.

पशुओं को खिलाएं गुड़

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अक्टूबर माह में सर्दी का असर शुरू हो जाता है. इसलिए ठंड से बचने के लिए उचित प्रबंध कर लिया जाना चाहिए. ठंड से बचने के लिए खिड़कियों और दरवाजों पर बोरी या टाट के परदे जरूर लगवाएं. ठंड से बचने के लिए पशुओं को 25 ग्राम से 50 ग्राम गुड़ प्रत्येक दिन खिलाया जाना चाहिए.

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रहने की हो उचित व्यवस्था

सर्दी के मौसम में गाय और भैंस के ब्याने का समय ज्यादा रहता है. इसलिए माता और बच्चों के लिए संतुलित आहार, मौसम संबंधित बचाव और रहने की पर्याप्त व्यवस्था कर ली जानी चाहिए.

 

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चारे के लिए बोएं जई/ बरसीम

अक्टूबर महीने में जई/ बरसीम की उत्तम किस्में (मिट्टी के अनुसार) बो देना चाहिए, जिससे कि पशुओं को पर्याप्त मात्रा में हरा चारा मिलता रहे. एफ.एम.डी का टीकाकरण अगर नहीं करवाये हों तो जरूर करवा लें.