Fish Farming: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य मछली उत्पादन में आत्मनिर्भर बन गया है. उन्होंने मत्स्य पालन  (Fisheries) और जलीय कृषि (Aquaculture) में ड्रोन प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग और प्रदर्शन पर एक कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि बिहार अब दूसरे राज्यों को मछली आपूर्ति कर रहा है. कुमार ने कहा, 2005 में मछली का उत्पादन 2.88 लाख टन था और अब यह बढ़कर 8.73 लाख टन हो गया है. अब बिहार मछली उत्पादन में आत्मनिर्भर बन गया है. पहले दूसरे राज्यों से बिहार में मछली आती थी, अब बिहार दूसरे राज्यों को मछली की आपूर्ति कर रहा है.

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उन्होंने कहा, 2005 से पहले बिहार में विकास कार्यों की स्थिति के बारे में लोग जानते हैं. 2005 से पहले मछली उत्पादन बहुत कम था. जब हम नवंबर 2005 में सत्ता में आए, तो विकास से संबंधित कई नीतियां और कार्यक्रम बनाए गए. कृषि, पशुपालन और मत्स्य पालन सहित सभी क्षेत्रों का विकास किया गया.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लिए पहला कृषि मसौदा 2008 से 2012 के लिए, दूसरा कृषि मसौदा 2012 से 2017 के लिए, तीसरा कृषि मसौदा 2017 से 2023 के लिए बनाया गया था. चौथा कृषि मसौदा इसी साल से लागू किया गया, जिसका उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया थी. कुमार ने कहा कि चौथे कृषि मसौदे के लिए 1.62 लाख करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है. 

उन्होंने कहा, केंद्र की राजग सरकार बिहार के विकास के लिए काफी काम कर रही है, जिसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को बधाई देता हूं. केंद्र सरकार ने राज्य में मत्स्य पालन के विकास के लिए सहायता दी है. इस मौके पर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह ने भी सभा को संबोधित किया.

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