गेहूं, चावल, चीनी पर सरकार का लेटेस्ट अपडेट, कीमत पर हो सकता है बड़ा असर
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि गेहूं, चावल और चीनी के निर्यात पर लगी पाबंदियां हटाने का कोई भी प्रस्ताव फिलहाल सरकार के सामने नहीं है. गोयल ने कहा कि भारत का गेहूं और चीनी के आयात का कोई इरादा नहीं है.
Export News: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि गेहूं, चावल और चीनी के निर्यात पर लगी पाबंदियां हटाने का कोई भी प्रस्ताव फिलहाल सरकार के सामने नहीं है. गोयल ने कहा कि भारत का गेहूं और चीनी के आयात का कोई इरादा नहीं है.
गेहूं और चीनी का आयात नहीं करेगा भारत
उन्होंने कहा, गेहूं, चावल और चीनी पर निर्यात प्रतिबंध हटाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है. इसके साथ ही भारत गेहूं और चीनी का आयात नहीं करेगा. भारत ने घरेलू स्तर पर बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिए मई, 2022 में गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके बाद जुलाई, 2023 से गैर-बासमती चावल (Non- Basmati Rice) के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है. सरकार ने अक्टूबर, 2023 में चीनी के निर्यात पर भी रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया था.
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देश का कृषि निर्यात 2030 तक होगा दोगुना
देश का कृषि निर्यात (Agri Export) 2030 तक दोगुना होकर 100 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है. भारत गुड्स एंड सर्विसेज के एक्सपोर्ट को 2030 तक 2,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रहा है. चावल, गेहूं और चीनी सहित कुछ प्रमुख वस्तुओं की खेप पर लगाए गए अंकुशों के बावजूद चालू वित्त वर्ष में देश का एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट पिछले साल के 53 अरब डॉलर के स्तर से अधिक रहेगा. निर्यात प्रतिबंध और अंकुशों की वजह से इस वित्त वर्ष में लगभग 4 से 5 अरब डॉलर का निर्यात प्रभावित होगा.