Milk Subsidy: जित दूध दही का खाणा, वो सै म्हारा हरियाणा. जहां दूध-दही की बात हो और वहां हरियाणा का नाम ना आए, ये संभव नहीं. अच्छी किस्म और ज्यादा दूध देने वाले पशुओं की बदौलत और प्रदेश सरकार के भरसक प्रयासों के चलते हरियाणा (Haryana) की गिनती देश के अग्रणी दूध उत्पादक राज्यों में होती है. सीएम नायाब सिंह सैनी ने राज्य सरकार ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर क‍िसानों को बड़ी सौगात दी. सीएम ने 'मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना' (Chief Minister Milk Producer Incentive Scheme) के तहत दूध उत्पादकों व अंत्योदय परिवारों को सब्सिडी राशि वितरित की. साथ ही अंत्योदय परिवारों के सदस्यों के ल‍िए प्रोत्साहन राशि 5 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति लीटर कर दी. 

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मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत वर्ष 2022-23 में 32.51 करोड़ रुपये और वर्ष 2023-24 में 39.37 करोड़ रुपये सब्सिडी के तौर पर क‍िसानों को द‍िए गए हैं. इस योजना को और आगे बढ़ाते हुए सरकार ने वर्ष 2024-25 के दौरान सब्सिडी राशि की सीमा को 6 महीने से बढ़ा कर 1 साल तक कर दिया है. 

10 रुपये का बोनस

इस योजना के तहत हरियाणा के दुग्ध उत्पादकों को 5 रुपये की प्रोत्साहन राशि अलग से मिलती है. दूध उत्पादन को और बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने इस साल योजना का बजट ढाई गुना बढ़ाकर 100 करोड़ रुपये किया है. अंत्योदय परिवारों के लिए इसी योजना में 10 रुपये प्रति लीटर बोनस का प्रावधान है. अब दुग्ध उत्पादकों को 6 महीने के बजाय पूरे साल इस योजना का फायदा मिलेगा. बोनस राशि सीधे दुग्ध उत्पादकों के खातों में ट्रांसफर की जाएगी.

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दूध सप्लाई करने वालों का होगा बीमा

इसके अलावा, सीएम ने दुग्ध उत्पादक किसानों हेतु घोषणा करते हुए कहा कि हरियाणा में घरों तक दूध सप्लाई करने वालों का बीमा किया जाएगा. दुग्ध वितरकों को ‘प्रधानमंत्री बीमा योजना’ के तहत कवर किया जाएगा. दूध की सप्लाई करने वालों का बीमा प्रीमियम राज्य सरकार खुद भरेगी. 

हर‍ियाणा सरकार ने अंत्योदय परिवारों के सदस्यों की प्रोत्साहन राशि 5 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति लीटर कर दी है. यह रकम दुग्ध संघों द्वारा प्रदान की जा रही दूध की कीमत के अतिरिक्त होगी. अंत्योदय परिवार वो होते हैं जिनकी परिवारिक वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये से कम होती है.