Zee-Sony Merger: जी एंटरटेनमेंट-सोनी इंडिया के बीच विवाद पर हुआ समझौता, 10 अरब डॉलर का मर्जर प्लान हुआ रद्द
ZEE एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने 10 अरब अमेरिकी डॉलर के असफल विलय से संबंधित अपने विवादों को सुलझा लिया है.
ZEE Entertainment Enterprises Ltd & Sony Pictures Networks India Dispute: ZEE एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड और सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के बीच के सभी पुराने विवाद खत्म होते हुए दिख रहे हैं. दोनों कंपनियों ने मंगलवार को कहा कि 10 अरब डॉलर के असफल मर्जर से संबंधित मामले को सुलझा लिया गया है. इसके साथ ही दोनों कंपनियों ने एक दूसरे के खिलाफ दाखिल सभी दावों को वापस लेने का भी फैसला किया है.
जी-सोनी में हुआ समझौता
दोनों कंपनियों ने मंगलवार को एक संयुक्त बयान में कहा कि सभी मामलों को वापस लेने का यह समझौता आपसी समझ से हुआ है. इसके पीछे उद्देश्य यह है कि दोनों कंपनियां स्वतंत्र रूप से नए उद्देश्यों के साथ भविष्य के वृद्धि अवसरों को तलाश सकें और उभरते मीडिया एवं मनोरंजन परिदृश्य पर ध्यान केंद्रित कर सकें.
ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड और कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व में सोनी पिक्चर्स) ने एक व्यापक गैर-नकद समझौते पर सहमति जताई है. इसमें विलय सहयोग समझौते और व्यवस्था की समग्र योजना से संबंधित सभी विवादों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने की बात कही गई है.
एक-दूसरे के खिलाफ मामलों को लिया वापस
इस समझौते के तहत दोनों कंपनियों ने सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (SIAC) में चल रहे मध्यस्थता मामले में एक-दूसरे के खिलाफ सभी आरोपों को वापस लेने और राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) और अन्य मंचों में शुरू की गई सभी कानूनी कार्यवाही को वापस लेने पर आपसी सहमति जताई है.
दोनों कंपनियां एनसीएलटी से व्यवस्था की संबंधित समग्र योजनाओं को भी वापस ले लेंगी और संबंधित नियामकीय अधिकारियों को इससे अवगत कराएंगी.
क्या था मामला?
इस साल जनवरी में सोनी ने ज़ी एंटरटेनमेंट द्वारा कुछ ‘समापन शर्तों’ को पूरा न करने का हवाला देते हुए प्रस्तावित 10 अरब डॉलर के विलय समझौते से हाथ खींच लिया था. इस तरह विलय योजना की घोषणा के दो साल बाद यह सौदा टूट गया. इसके बाद दोनों ही पक्ष अपने-अपने दावों को लेकर अदालतों में चले गए थे.