वोडाफोन आइडिया मोबाइल टावर कंपनी इंडस टावर में हिस्सेदारी और आप्टिकल फाइबर संपत्तियों की बिक्री के जरिये 20,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है. देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी इस राशि का इस्तेमाल अपने कर्ज के बोझ को कम करने के लिए करेगी. उद्योग के एक सूत्र ने कहा कि वोडाफोन आइडिया को मोबाइल टावर और आप्टिकल फाइबर संपत्तियों के लिए सामूहिक रूप से 20,000 करोड़ रुपये का मूल्यांकन मिला है. इसके बारे में बातचीत शुरू हो गई है.

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कंपनी ने इससे पहले इंडस टावर्स में आदित्य बिड़ला समूह की 11.5 प्रतिशत हिस्सेदारी तथा 1.56 लाख किलोमीटर की आप्टिकल फाइबर संपत्तियों की बिक्री की योजना की घोषणा की थी.

वोडाफोन आइडिया के प्रवक्ता ने कहा कि इंडस की हिस्सेदारी आज करीब 5,000 करोड़ रुपये है. हमारे पास 1,56,000 किलोमीटर आप्टिकल फाइबर है. हमें मौद्रिकरण मूल्य पर कोई अनुमान नहीं दिया है.

प्रवर्तक शेयरधारकों-वोडाफोन ग्रुप और आदित्य बिड़ला ग्रुप ने बोर्ड से कहा है कि वे राइट इश्यू के हिस्से के रूप में क्रमश: 11,000 करोड़ रुपये और 7,250 करोड़ रुपये का योगदान देने का इरादा रखते हैं.