देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया का 25,000 करोड़ रुपये का राइट्स इश्यू बुधवार को खुलेगा. देश में किसी कंपनी द्वारा जुटाई जाने वाली यह सबसे बड़ी राशि है. वोडाफोन आइडिया यह कदम ऐसे समय उठाने जा रही हैं जबकि रिलायंस जियो के प्रवेश के बाद यह उद्योग संघर्ष कर रहा है. उपभोक्ताओं की संख्या के मामले में जियो पहले ही तीसरे स्थान पर आ चुकी है. 

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वोडाफोन आइडिया का इरादा 20 अरब पूर्ण चुकता 10 रुपये अंकित मूल्य के शेयर 12.50 रुपये प्रति शेयर के भाव पर जारी करने का है. इस निर्गम में दोनों प्रवर्तक समूहों ने भाग लेने की पुष्टि कर दी है. इस राइट्स इश्यू में वोडाफोन का हिस्सा 11,000 करोड़ रुपये और आदित्य बिड़ला समूह का 7,250 करोड़ रुपये होगा. 

एक बयान में कहा गया है कि यदि राइट्स इश्यू को पूरा अभिदान नहीं मिलता है तो प्रवर्तक के पास शेष हिस्से की पूरी राशि या कुछ हिस्से को लेने का अधिकार होगा. बयान में कहा गया है कि यह निर्गम 24 अप्रैल को बंद होगा. 

वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बालेश शर्मा ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि इस निर्गम से प्राप्त राशि और इंडस टावर में हमारी हिस्सेदारी के मौद्रिकरण के बाद हम कारोबार में जरूरी निवेश कर सकेंगे जिससे अपने रणनीतिक लक्ष्यों को हासिल कर सकें.’‘’ 

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क्या है राइट इश्यू

तमाम कंपनियों को समय-समय पर अपने कारोबार के विस्तार के लिए या नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने के लिए अतिरिक्त पूंजी जुटाने की जरूरत होती है. इसके लिए कंपनियां कभी-कभी अपने शेयरधारकों को अतिरिक्त इक्विटी शेयर जारी करती हैं. यह राइट शेयर, शेयरधारकों के पास इक्विटी शेयरों के अनुपात में जारी किए जाते हैं. जब राइट शेयर सममूल्य (पार वैल्यू) पर जारी किए जाते हैं, तो उन्हें ‘राइट शेयर ऐट पार’ कहते हैं. लेकिन यदि शेयर अधिक दाम पर जारी किए जाते हैं, तो उन्हें ‘प्रीमियम’ पर जारी राइट शेयर कहा जाता है.