Vodafone Idea FPO: टेलीकॉम कंपनी Vodafone Idea के FPO का 22 अप्रैल को आखिरी दिन है. Zee Business के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी का कहना है कि कंपनी का शेयर अगले 2-3 सालों में डबल होने वाला है. ऐसे में इस फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर में निवेश करना अच्छा मौका हो सकता है. हालांकि, कंपनी को लेकर कई पॉजिटिव और निगेटिव पहलू हैं, जिनका निवेशकों को पता होना चाहिए. हम यहां इस FPO से जुड़े सारे सवालों के जवाब दे रहे हैं.

Voda Idea का FPO

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

- 22 अप्रैल तक FPO खुला रहेगा

- प्राइस बैंड: `10-11/शेयर

- लॉट साइज: 1298 शेयर

- न्यूनतम निवेश: `14,278

- रिटेल लिमिट: `2 लाख

- 14 लॉट के लिए निवेश: ` 199,892

- रिटेल कैटेगरी में आवेदन के लिए कुल शेयर: `18172

- FPO के जरिए `18,000 Cr जुटाने की योजना

1. Anchor Investors से कैसा रिस्पॉन्स मिला?

एंकर इन्वेस्टर्स से अच्छा रिस्पॉन्स

- एंकर निवेशकों ने ₹11/शेयर के भाव पर कुल ₹5400 करोड़ जुटाए  

- FPO में करीब 60 एंकर निवेशकों ने हिस्सा लिया

विदेशी एंकर निवेशक  (COLUMN)

एंकर निवेशक                                   निवेश

GQG Partners                                    ₹1345 Cr

Fidelity Investments                         ₹772 Cr

Troo Capital                                       ₹331 Cr

Australian Super                                ₹130 Cr

घरेलू एंकर निवेशक (COLUMN)

एंकर निवेशक                                       निवेश

Motilal Oswal Fund                              ₹500 Cr

Quant Mutual Fund                             ₹149 Cr

HDFC Fund                                          ₹102 Cr

2. 18000 करोड़ का बड़ा इश्यू, क्या करेंगे इतने पैसे का?

पूंजी का इस्तेमाल कहां होगा?

- 4G कवरेज, 5G रोलआउट और क्षमता विस्तार के लिए करेंगे पूंजी का इस्तेमाल 

`18000 करोड़ की पूंजी का इस्तेमाल     (COLUMN)

नई 4G साइट्स और विस्तार         ₹7030 Cr    

नई 5G साइट्स                            ₹5720 Cr  

DoT को स्पेक्ट्रम भुगतान              ₹2175 Cr  

4. Shareholding structure कैसा है और प्रोमोटर की तरफ से क्या commitment है?

Voda Idea का शेयरहोल्डिंग पैटर्न (COLUMN)

मौजूदा निवेशक           हिस्सेदारी (%)

भारत सरकार               32.2%

Vodafone PLC             32.3%

AB Group                    18.1%  

टीवी सोमनाथन, फाइनेंस सेक्रेटरी

- टेलीकॉम सेक्टर में कंपिटिशन बनाए रखने के लिए सरकार का Vodafone Idea के FPO को समर्थन

5. इसके अलावा debt प्लान क्या है, क्या कंपनी और कर्ज ले रही है? क्या है Debt प्लान?

- इक्विटी और debt से जमा की गई पूंजी दोनों कैपेक्स के लिए इस्तेमाल होगी 

- इक्विटी से ₹20,000 Cr और Debt से ₹25,000 Cr जुटा रही है

6. अभी कंपनी पर कितना कर्ज है?

- कुल कर्ज ₹2.3 लाख करोड़

- AGR का बकाया ₹70,000 करोड़

- सितंबर 2025 में खत्म होगा AGR का मोरेटोरियम

- अक्टूबर-मार्च 2026 तक ₹27,000 करोड़ का भुगतान करना है

- FY27-31 के दौरान सालाना ₹41,500 करोड़ का भुगतान करना है

7. कस्टमर कितने कम हो रहे हैं, क्या ग्रॉस लेवल पर भी Customer कम हो रहे हैं?

- पिछले 1 साल में कंपनी ने 2 करोड़ सब्सक्राइबर्स खोए

- पिछले 1 साल में मार्केट शेयर 21% से गिरकर 19% हुआ

8. FPO में पैसा लगाने में क्या खतरे हैं?

- लगातार घटते हुए कस्टमर्स

- ₹2.3 लाख करोड़ का भारी-भरकरम कर्ज

- ₹70,000 करोड़ AGR का बकाया

- जबरदस्त कॉम्पिटीशन

- टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन बड़ी चुनौती

- ऑपरेशनल परफॉर्मेंस नहीं सुधरी तो?

- और पैसे की जरूरत होगी तो कहां से आएंगे?

- अगले 1 साल में और QIP लाने की जरूरत रहेगी

9. क्या हो सकते हैं पॉजिटिव?

- ₹20,000 Cr की इक्विटी और ₹25,000 Cr का Debt से होगा कैपेक्स

- टेक्नोलॉजी बेहतर होने की उम्मीद

- कस्टमर घटना बंद, बढ़ना शुरू हो सकते हैं

- ग्रॉस लेवल पर अब भी कस्टमर्स अब भी बढ़ रहे हैं

- अगर कंपनी बंद होनी होती तो अब तक हो जाती

- सरकार सबसे बड़ी शेयरहोल्डर, देगी पूरा सपोर्ट

- IT मंत्री और फाइनेंस सेक्रेटरी ने दिया पूरे सपोर्ट का भरोसा

- AGR के बकाए में राहत मिली तो होगा बड़ा फायदा

- सालाना ₹16,000 Cr का EBITDA कर्ज चुकाने के काम आएगा

- चुनाव के बाद दाम बढ़ाए तो प्रॉफिट में आएगा उछाल

- ₹130 ARPU से ₹180-190 ARPU तक की कोशिश

- कंपनी सरकार से AGR और स्पेक्ट्रम बकाया को इक्विटी में बदलने की सिफारिश कर सकती है 

10. PO में पैसे लगाएं या नहीं?

- डिजिटल इंडिया की सफलता के लिए Voda Idea का रहना जरूरी

- सिर्फ 2 बड़े प्राइवेट प्लेयर काफी नहीं

- रिस्क लें, पैसा लगाएं

- प्लान के मुताबिक परफॉर्म नहीं किया तो ही रिस्क

- ये होगा हाई रिस्क, हाई रिटर्न वाला FPO

- ₹9-10 से नीचे जाने की रिस्क कम

- सब कुछ ठीक रहा तो 3-5 साल में 2-3 गुना होने की उम्मीद

- FPO में पैसा लगाएं ना कि F&O में खरीदें

- मीडियम टर्म इन्वेस्टर्स ₹16-18 का टारगेट रखें.