हिंदी में पढ़िए लापता होने से पहले लिखा VG सिद्धार्थ का पूरा लेटर, जानिए किस पर लगाए आरोप
मशहूर कॉफी चेन कैफे कॉफी डे (CCD) के मालिक वीजी सिद्धार्थ लापता हैं. अचानक लापता होने से पीछे की क्या कहानी है ये उनके एक खत से सामने आई है. लेकिन, अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि सिद्धार्थ कहां हैं.
मशहूर कॉफी चेन कैफे कॉफी डे (CCD) के मालिक वीजी सिद्धार्थ लापता हैं. अचानक लापता होने से पीछे की क्या कहानी है ये उनके एक खत से सामने आई है. लेकिन, अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि सिद्धार्थ कहां हैं. दक्षिण कन्नड़ पुलिस उनकी खोजबीन में जुटी हुई है. लापता होने से पहले सिद्धार्थ कारोबार के सिलसिले में इनोवा कार से चिकमगलूर गए थे. वहां से वह केरल जा रहे थे, लेकिन मंगलुरु के एक निकट एक नेशनल हाईवे पर कार उतर गए और तब से ही लापता है. लेकिन, उन्होंने जो लेटर लिखा था उससे कई तरह के अंदाजे लगाए जा रहे हैं.
लेटर में क्या लिखा
वीजी सिद्धार्थ ने लिखा है कि 37 वर्षों के कठिन परिश्रम से अपनी कंपनियों में 30 हजार नौकरियों को सृजित किया. उस टेक्नोलॉजी कंपनी में भी 20 हजार नौकरियां सृजित कीं, जिसमें इसकी शुरुआत से ही बड़े शेयरधारक रहे. लेकिन, अपने तमाम प्रयासों के बावजूद इन कंपनियों को लाभ का बिजनेस बनाने में नाकाम रहे. उन्होंने लिखा कि मुझ पर कर्जदाताओं का अत्यधिक दबाव है. किसी को धोखा देना मकसद कभी नहीं रहा, लेकिन एक उद्यमी के रूप में फेल रहा. उम्मीद है कि किसी दिन आप लोग इसको समझेंगे और मुझे माफ कर देंगे.
इनकम टैक्स अधिकारी पर लगाए आरोप
सिद्धार्थ ने अपने लेटर में इनकम टैक्स के अधिकारी का जिक्र भी किया है. उन्होंने लिखा कि मुझ पर भरोसा करने वाले सभी लोगों से माफी मांगता हूं, मैं लंबी लड़ाई के बाद आज सभी से माफी मांगता हूं. मैं कर्जदारों का दवाब नहीं झेल पाया. इनकम टैक्स के एक पूर्व डीजी ने भी काफी प्रताड़ित किया. माइंडट्री डील को अटकाने का प्रयास किया गया. इससे नकदी की दिक्कतें काफी गंभीर हो गईं.
खुद को बताया जिम्मेदार
सिद्धार्थ ने आगे लिखा कि मैं सभी से मजबूत बने रहने की गुजारिश करता हूं. सभी गलतियों के लिए खुद जिम्मेदार हूं. सभी वित्तीय लेनदेन मेरी जिम्मेदारी रहे हैं. मेरी टीम, सीनियर, ऑडिटर, मैनेजमेंट को मेरी ट्रांजेक्शन की जानकारी नहीं थी. मेरी मंशा किसी को धोखा देने या गुमराह करने की नहीं थी. मैं एक आंत्रप्रिन्योर के तौर पर नाकाम रहा. उम्मीद करता हूं किसी दिन आप मुझे समझेंगे और माफ कर देंगे.
टैक्स विवाद में फंसे थे सिद्धार्थ
- 2017 में टैक्स चोरी मामले में IT विभाग ने जांच की.
- 2017 में 20 जगहों पर IT विभाग की छापेमारी.
- `650 करोड़ की अवैध आय का पता चला था.
- माइंडट्री में 20% हिस्सा बेचने में सिद्धार्थ को देरी हुई.
- IT विभाग ने सिद्धार्थ को CCD के शेयर बेचने से रोका था.
- जनवरी 2019 में 74.9 लाख शेयर 6 महीने पर बेचने से रोका था.
- टैक्स मांग के चलते IT विभाग ने शेयर कब्जे में लिए थे.