300 करोड़ डॉलर के कर्ज को कम करेगी वेदांता रिसोर्सेज, वाइस चेयरमैन ने बताया तीन साल का प्लान, शेयर पर रखें नजर
Vedanta Resource Business Plan: वेदांता लिमिटेड की मूल फर्म वेदांता रिसोर्सेज अगले तीन साल में अपने 300 करोड़ डॉलर के कर्ज को कम करने की कोशिश कर रही है. जानिए कंपनी के वाइस चेयरमैन ने क्या बताया बिजनेस प्लान.
Vedanta Resource Business Plan: देश की प्रमुख खनन कंपनी वेदांता लिमिटेड की मूल फर्म वेदांता रिसोर्सेज अगले तीन साल में तीन अरब डॉलर का कर्ज कम करने की योजना बना रही है. वेदांता लिमिटेड के वाइस चेयरमैन और प्रवर्तक समूह के सदस्य नवीन अग्रवाल ने हाल में हुई विश्लेषकों की बैठक में कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि कर्ज को आगे बढ़ाया जाएगा. गौरतलब है कि कंपनी ने हाल ही में अपनी प्रमोटर यूनिट फिनसाइडर इंटरनेशनल के जरिए अपने शेयरों का महत्वपूर्ण हिस्सा बेचा है.
Vedanta Resource Business Plan: 3.5 से चार अरब डॉलर तक रह सकता है कंपनी का कैपेक्स
नवीन अग्रवाल ने बैठक में भाग लेने वाले विश्लेषकों को जानकारी दी, ‘कर्ज कम करना हमारी प्राथमिकता है. हम अगले तीन वर्षों में वेदांता रिसोर्सेज के कर्ज को तीन अरब डॉलर तक कम करेंगे. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वेदांता लिमिटेड का नकदी प्रवाह विकास के लिए किए जाने वाले पूंजीगत व्यय से पहले 3.5-4 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान है. यह राशि 1.5 अरब डॉलर के सुरक्षित ऋण, जिनकी अवधि पूरी हो रही है, को चुकाने के लिए पर्याप्त है.’
Vedanta Resource Business Plan: 110 करोड़ डॉलर का कर्ज हो रहा है मैच्योर, इस तरह चुकाएगी कंपनी
बकौल नवीन अग्रवाल वित्त वर्ष 2024-25 में 110 करोड़ डॉलर का कर्ज मैच्योर हो रहा है. इसके सहित लगभग 75 करोड़ डॉलर की ब्याज देनदारी को ब्रांड शुल्क, परिचालन वाली कंपनियों से मिले लाभांश, परिसंपत्ति मौद्रीकरण और अन्य रणनीतिक पहलों के जरिए चुकाया जाएगा. अग्रवाल ने कहा, ‘‘वेदांता एक गतिशील संगठन है, जो लगातार अपनी पूंजी संरचना का मूल्यांकन करती है. मूल कंपनी के पास अपने ऋण दायित्व को पूरा करने के लिए कई रास्ते हैं.
Vedanta Resource Business Plan: छह महीने में कंपनी का शेयर दे चुका है 12 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न
नवीन अग्रवाल के मुताबिक'हम निकट अवधि में हिस्सेदारी बिक्री पर विचार नहीं कर रहे हैं.’ वेदांता कंपनी का शेयर शनिवार को 1.73 फीसदी के उछाल के साथ बंद हुआ. वहीं, पिछले छह महीने में कंपनी का शेयर निवेशकों को 12.83 फीसदी का रिटर्न दे चुका है. कंपनी के प्रमोटर यूनिट फिनसाइडर इंटरनेशनल ने अपने 1.76 फीसदी शेयर को 265 रुपए प्रति शेयर की औसत कीमत पर बेचा है. इसके जरिए 1737 करोड़ रुपए जुटाए हैं. इसके बाद प्रमोटर ग्रुप की हिस्सेदारी घटकर अब 61.95 फीसदी रह गई है.