दूरसंचार नियामक TRAI ने देश की दिग्गज मोबाइल कंपनियों- भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया (दोनों का विलय हो चुका) सहित अन्य कंपनियों को मार्च में खत्म तिमाही के दौरान सेवा के मापदंड के मुताबिक गुणवत्तापूर्ण सेवा उपलब्ध न कराने पर जुर्माना लगाया है. इस दौरान कंपनियां कई मामलों में खरी नहीं उतरीं. ब्लूमबर्ग की खबर के मुताबिक ट्राई से जुड़े कई सूत्रों ने यह जानकारी दी है.

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सूत्रों ने कहा है कि यह जुर्माना कई क्षेत्रों में खराब सेवा के लिए लगाया गया है और कंपनियां इसे चुकाने की प्रक्रिया में हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक मार्च 2018 तिमाही के लिए रिलायंस जियो पर 34 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है. जियो ने वर्ष 2016 से अपनी सेवाएं दे रही है. इसने बाजार में एक तरह से टैरिफ जंग ही छेड़ दी और नतीजतन अन्य कंपनियों को अपनी दरें कम करनी पड़ गईं.

इसी तरह भारती एयरटेल पर 11 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है. जबकि आइडिया पर 12.5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है. इसी तरह वोडाफोन पर 4 लाख रुपए का जुर्माना लगा है. हालांकि इन कंपनियों से जब ईमेल के जरिए जवाब मांगा गया तो अबतक इनका जवाब अबतक नहीं आया है. हालांकि भारती एयरटेल ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. ट्राई ने यह जुर्माना, खराब बिलिंग, कस्टमर सेवा, प्वाइंट ऑफ इंटरकनेक्ट और अन्य मदों में लगाया है.

ट्राई के चेयरमैन आरएस शर्मा ने पहले ही कहा था कि ट्राई खराब सेवा देने वाली कंपनियों पर जुर्माना लगाने की तैयारी में है. हालांकि उन्होंने इसका ब्योरा नहीं दिया था. उल्लेखनीय है कि पिछल कुछ सालों से दूरसंचार कंपनियों की सेवा में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. इस दौरान कॉल ड्रॉप की समस्या से लोग सबसे अधिक रू-ब-रू हुए. इसके अलावा डाटा स्पीड, एक ऑपरेटर के सिम से दूसरे सिम पर कॉल न लगना भी काफी चर्चित रहा था. 

(इनपुट एजेंसी से)