अमेरिका द्वारा भारत से जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफरेंस (जीएसपी) का दर्जा वापस लिए जाने के नोटिस के बाद भारत ने कहा है कि अमेरिका के इस कदम से भारत के व्यापार पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि अमेरिका द्वारा जीएसपी के तहत भारतीय उत्पादों को शुल्क में मिलने वाली छूट को समाप्त किये जाने के प्रस्ताव से भारत द्वारा अमेरिका को किए जा रहे निर्यात पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा.

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वाणिज्य सचिव अनूप वाधवन ने कहा कि भारत जीएसपी के तहत अमेरिका को 5.6 अरब डॉलर के सामानों का निर्यात करता है, जिसमें से केवल 1.90 करोड़ डॉलर मूल्य की वस्तुएं ही बिना किसी शुल्क वाली श्रेणी में आती हैं. उन्होंने कहा कि भारत मुख्य रूप से कच्चे माल एवं जैव रासायनिक जैसी मध्यवर्ती वस्तुओं का निर्यात ही अमेरिका को करता है. सचिव ने संवाददातओं से यहां कहा कि जीएसपी वापस लिये जाने का भारत द्वारा अमेरिका को किये जाने वाले निर्यात पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. 

उनकी यह प्रतिक्रिया अमेरिका के राष्ट्रपति के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वह भारत को तरजीही व्यापार के लिए दिये गए दर्जे को समाप्त करने का इरादा रखते हैं. 

बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी कांग्रेस को जनरलाइज सिस्टम आफ प्रेफरेंस (जीएसपी) कार्यक्रम के तहत लाभकारी विकासशील देश के रूप भारत को दी गई उपाधी को समाप्त करने के अपने इरादे से अवगत कराया है. ट्रंप ने दलील दी कि भारत, अमेरिका को यह आश्वासन देने में विफल रहा है कि वह विभिन्न क्षेत्रों में अपने बाजारों को न्यायसंगत एवं उचित पहुंच प्रदान करेगा.