Swastika Commodity merger: प्रमुख स्टॉकब्रोकर फर्म, स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड (Swastika Investmart limited) ने ऑपरेशन और फाइनेंशियल एफिशिएंसी को बढ़ाने के साथ ही कमोडिटी और डेरिवेटिव बिजनेस में शामिल होने के लिए अपनी सहायक (सब्सिडियरी) कंपनी स्वस्तिका कमोडिटी प्राइवेट लिमिटेड (Swastika Commodity Private Limited) का  विलय कर लिया है.

क्या करती है कंपनी

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड 100 से ज्यादा ब्रांचों, सब-ब्रोकरों और 975 कर्मचारियों की एक शक्तिशाली टीम के साथ पूरे भारत में मौजूद है, जो स्टॉक ब्रोकिंग, एल्गो ट्रेडिंग, और म्यूचुअल फंड, बीमा, स्टार्टअप फंडिंग, इसकी सहायक कंपनी के जरिये लोन और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग जैसे विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है. 

Zee Business Hindi Live यहां देखें

 

क्या होगा असर

इस बारे में स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील न्याती ने कहा कि 31 मार्च 2021 तक, स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड का ग्रॉस रेवेन्यू 6158.54 लाख रुपये था. इस विलय से स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड  (Swastika Investmart limited) के स्टैंडअलोन रेवेन्यू में अस्थायी रूप से 15% की बढ़ोतरी होगी. दोनों कंपनियों की व्यावसायिक गतिविधियां लगभग एक जैसी है और एक-दूसरे के लिए मददगार हैं. अन्य बातों के साथ-साथ कंपनी की आर्थिक स्थिति और कार्यक्षमता को बेहतर करने तथा लागत को कम करने के लिए कंपनी का विलय किया जा रहा है.

ग्राहकों को होगा फायदा

साथ ही, इक्विटी और कमोडिटी बिजनेस के विलय से केवाईसी से जुड़ी जरूरतों में आसानी होगी और ग्राहकों को सिंगल अकाउंट रखने से सीधे लाभ होगा; इस तरह यह विलय कंपनी और ग्राहकों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगा. इसका मुख्य उद्देश्य कमोडिटी और इक्विटी की सभी प्रक्रियाओं को जोड़ना है ताकि कंपनी के सभी ग्राहकों के लिए एक ही कंपनी में अपने अकाउंट को मैनेज और सेटल करना आसान हो जाए.

एनसीएलटी (NCLT) मुंबई बेंच ने कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 230 से 232 और अन्य लागू प्रावधानों के तहत बनाए गए नियमों के तहत कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्वस्तिका कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड (Swastika Commodity Private Limited) के विलय की योजना को मंजूरी दे दी है.