ऑनलाइन होटल बुक करने वाली कंपनियों को झटका, इस मामले में लेनी होगी सरकारी मंजूरी
सरकार अब ऑनलाइन यात्रा सेवा प्रदाताओं को मंजूरी देगी और उनका वर्गीकरण करेगी. सेवा प्रदाताओं को मंजूरी देने और पुनर्मंजूरी के लिए इस महीने के आखिर में एक ऑनलाइन योजना लाई जाएगी.
ऑनलाइन यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने वाली एयर बीएनबी, मेकमाईट्रिप, यात्रा और ओयो जैसी कंपनियों को अब सेवाओं के संचालन के लिए पर्यटन मंत्रालय की मंजूरी लेनी होगी. पहली बार मंत्रालय ने एक दिशा-निर्देश तैयार किया है. इसके अनुसार अब वह ऑनलाइन यात्रा सेवा प्रदाताओं को मंजूरी देगा और उनका वर्गीकरण करेगा. इन कंपनियों की सेवाओं की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लक्ष्य के साथ यह पहल की गई है.
एक ऑनलाइन योजना लाई जाएगी
मंत्रालय के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि सेवा प्रदाताओं को मंजूरी देने और पुनर्मंजूरी के लिए इस महीने के आखिर में एक ऑनलाइन योजना लाई जाएगी. उन्होंने बताया कि सभी आवेदन और शुल्क का भुगतान ऑनलाइन तरीके से करना होगा. मेकमाईट्रिप, गोआईबिबो, यात्रा, ट्रेवल गुरु, क्लियरट्रिप, ओयो, ट्रिबो, ट्रिप एडवाइजर, ट्रिवागो और फेब होटल्स की तरफ से बुकिंग पर अधिक छूट को लेकर पिछले कुछ दिनों से काफी विरोध देखने को मिले हैं.
होटल एसोसिएशन ने किया था विरोध
होटल आदि के लिए ऑनलाइन बुकिंग करने वाली कंपनियों को इंदौर होटल एसोसिएशन ने हाल में एक पत्र भेजा. इसमें उनकी कार्यशैली और अधिक कमीशन को लेकर आपत्ति जताते हुए कहा गया कि इसके चलते हमारी संस्था के सदस्यों को लगता है कि हमारा शोषण हो रहा है. एसोसिएशन ने तय किया है कि वह 15 फीसदी से अधिक कमीशन नहीं देंगे और सभी होटल अपने हिसाब से तय करेंगे कि वह इससे कम कीमत अपने यहां बुकिंग के लिए नहीं करेंगे.
उनका यह भी कहना था कि यदि वह मांग नहीं मानते हैं तो फिर वेबसाइट से होने वाली बुकिंग का बहिष्कार किया जाएगा. एसोसिशएन के अध्यक्ष सुमित सूरी का कहना था कि इंदौर और मध्य प्रदेश में होटल के कमरों के दाम पहले ही अन्य जगहों की तुलना में कम हैं, वहीं ऑनलाइन बुकिंग में वह कई तरह के ऑफर ग्राहकों को देकर काफी कम में बुकिंग कर लेते हैं, इसमें उनका तो कमीशन अधिक और तय रहता है, इससे पूरा बोझ होटल संचालकों पर आ जाता है.
(इनपुट एजेंसी से)