खुल गया किताबों की ब्रिकी से लॉक, यहां मिल रही हैं सैनिटाइज बुक्स
राजकमल प्रकाशन ग्रुप ने ऑरेंज और ग्रीन जोन (Green Zones) में किताबों की होम डिलीवरी सर्विस भी शुरू की है.
लॉकडाउन के तीसरे चरण (Lockdown 3) में सरकार ने काफी कामों को करने की ढील दी है. इस कड़ी में किताबों की बिक्री पर लगी रोक भी हट गई है. अब चाहे वह स्टूडेंट्स हों या फिर कोई साहित्य पढ़ाने वाला पाठक, अब आसानी ने अपनी पसंद की किताब खरीद सकता है.
दिल्ली का दरियागंज किताबों के लिए भी पहचाना जाता है. यहां हिंदी, अंग्रेजी समेत तमाम भाषाओं में साहित्य से लेकर स्कूल के सिलेबस की किताबों के पब्लिकेशन हाउस हैं.
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए कुछ पब्लिकेशन हाउस (Publishing House) ने तय किया है कि वे किताबों की बिक्री तो करेंगे लेकिन किताबों को पूरी तरह से सैनिटाइज करने के बाद ताकि किताबों की वजह से कोरोना के संक्रमण का फैलाव न हो सके.
राजकमल प्रकाशन समूह (Rajkamal Prakashan Group) ने किताबों की बिक्री शुरू कर दी है. राजकमल ग्रुप अपने ऑफिस से और ऑनलाइन किताबों (Online Books Sale) की सेल कर रहा है.
किताबों का सैनिटाइजेशन
ग्रुप के एमडी अशोक महेश्वरी ने बताया कि लॉकडाउन-3 (Lockdown-3) में सरकार ने किताबों की सेल को मंजूरी दे दी है. उन्होंने बताया कि वे पूरी सावधानी के साथ लोगों तक किताबें पहुंचाने का काम करने पर ध्यान दे रहे हैं.
अशोक महेश्वरी ने बताया कि किताबों की बिक्री में सोशल डिस्टेंसिंग का तो ख्याल रखा ही जाता है, साथ ही किताबों को सैनिटाइज भी किया जा रहा है. किताबों को सैनिटाइज (Sanitize Books) करके विशेष पैकिंग में रखा जा रहा है. जो भी किताब लेने आता है उनके हाथों को सैनिटाइज कराया जाता है. कोशिश रहती है कि किताब का पेमेंट डिजिटल तरीके से हो. अगर कोई कैश में पेमेंट करता है तो पैसों को भी सैनिटाइज किया जाता है.
किताबों की होम डिलीवरी
उन्होंने बताया कि ऑरेंज और ग्रीन जोन (Green Zones) में किताबों की होम डिलीवरी सर्विस भी शुरू की गई है. कोई भी पाठक अपनी पसंद की किताब ऑनलाइन ऑर्डर करके घर पर भी मंगवा सकता है.
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उन्होंने बताया कि लोकभारती प्रकाशन (LokBharti Prakashan) और बनयान ट्री बुक्स (Banyan Tree Publications) भी किताबों को भी सैनिटाइज करके लोगों को मुहैया करा रहे हैं.