रूस की कंपनी ने भारत में खाद बनाने के लिए किया समझौता
फॉसएग्रो ने एक बयान में कहा कि करार के तहत वह दीर्घावधि आधार पर भारतीय भागीदारों को खनिज उर्वरक की आपूर्ति करेगी.
रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ), इंडियन पोटाश लिमिटेड (आईपीएल) और फॉसएग्रो ने शुक्रवार को दोनों देशों में खनिज उर्वरक उत्पादन के लिए संयुक्त निवेश की घोषणा की. फॉसएग्रो ने एक बयान में कहा कि करार के तहत वह दीर्घावधि आधार पर भारतीय भागीदारों को खनिज उर्वरक की आपूर्ति करेगी.
कंपनी 2019-2021 के दौरान 20 लाख टन की आपूर्ति करेगी. कुल आपूर्ति करीब एक अरब टन होगी. फॉसएग्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आंद्रेय गुरिएव ने कहा, 'तालमेल के इस करार से रूस के अत्याधुनिक गैर-ऊर्जा निर्यात के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा और इससे हमारे खनिज उर्वरक क्षेत्र को अतिरिक्त बढ़ावा मिलेगा. इससे अंतत: भारत और रूस की खाद्य सुरक्षा बेहतर होगी तथा दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ेगा.'
ये समझौता रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान हुआ. इस यात्रा के दौरान दोनों के बीच कुल 8 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. इसमें एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर समझौता भी शामिल है. गौरतलब है कि पुतिन के इस दौरे से ठीक पहले अमेरिका ने चेतावनी दी थी कि रूस से हथियारों की डील करने वालों पर वह प्रतिबंध लगा देगा.
इस दौरान एक साझा प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम एक ऐसे देश के राष्ट्रपति के रूप में आपका स्वागत कर रहे हैं जिसके साथ हमारे अद्भुत संबंध हैं. पुतिन द्वारा सोची समित में आयोजित सम्मेलन से दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत हुए.