पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurveda) को 1 हफ्ते में रुचि सोया (Ruchi Soya) को खरीदना होगा. राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) ने कहा है कि पतंजलि आयुर्वेद कर्ज के बोझ तले दबी कु‍किंग ऑयल कंपनी रुचि सोया के साथ एक हफ्ते में सौदा पूरा करे. आपको बता दें कि इस सौदे में पतं‍जलि आयुर्वेद को 4,350 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे.

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समयसीमा 23 दिसंबर तक

जस्टिस एसजे मुखोपाध्याय की अध्यक्षता वाली NCLAT की तीन सदस्यीय पीठ ने पतंजलि आयुर्वेद की अर्जी पर सौदे को पूरा करने की समयसीमा 23 दिसंबर तक बढ़ाई है. इससे पहले ट्रिब्‍यूनल ने समयसीमा को बढ़ाकर 16 दिसंबर किया था. पतंजलि आयुर्वेद को शुरू में इस अधिग्रहण को पूरा करने के लिए 21 नवंबर तक का समय मिला था. 

ट्रिब्‍यूनल ने इस मामले में यह भी छूट दी कि यदि तय समयसीमा के भीतर Patanjali Ayurveda रुचि सोया के सौदे का भुगतान करने में नाकाम रहती है तो कर्जदाता वापस न्यायाधिकरण के पास जा सकते हैं. पतंजलि आयुर्वेद के वकील ने कहा कि भुगतान के लिये एक सप्ताह का समय और मिलने से कंपनी को अपने योजना को अमलीजामा पहनाने में मदद मिलेगी. 

कंपनी कर्जदाताओं के साथ समझौते पर हस्ताक्षर पहले ही कर चुकी है. Ruchi Soya को कर्ज देने वाली संस्थाओं की समिति ने इससे पहले 30 अप्रैल को पतंजलि समूह की रुचि सोया को 4,350 करोड़ रुपये में अधिग्रहीत करने की योजना को स्वीकार किया था. इस योजना में कर्जदाताओं को अपने कुल बकाए की 60 प्रतिशत राशि छोड़नी पड़ रही है.

कंपनी के अनुसार उसे SBI से 1,200 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक से 700 करोड़ रुपये, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया 600 करोड़ रुपये, सिंडिकेट बैंक 400 करोड़ रुपये और इलाहबाद बैंक से 300 करोड़ रुपये मिले हैं.

रुचि सोया पर करीब 12,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. कंपनी के कई विनिर्माण संयंत्र हैं. कंपनी के प्रमुख ब्रांडों में न्यूट्रीला (Nutrela), महाकोश, सनरिच, रुचि स्टार (Ruchi Star) और रुचि गोल्ड (Ruchi Gold) शामिल हैं. दिसंबर, 2017 में इंदौर की कंपनी रुचि सोया इंडस्ट्रीज को कॉरपोरेट दिवाला निपटान प्रक्रिया के लिए भेजा गया था.