रिलायंस ग्रुप ने बनाया रिलायंस ग्रुप कॉर्पोरेट सेंटर,जानिए कौन होंगे शामिल, क्या होगा काम
रिलायंस ग्रुप ने "रिलायंस ग्रुप कॉर्पोरेट सेंटर" (RGCC) की स्थापना की है. RGCC की कोर टीम में ग्रुप के अनुभवी लीडर्स शामिल होंगे. जानिए क्या काम करेगा RGCC.
रिलायंस ग्रुप ने अपनी "विजन 2030: ग्रोथ स्ट्रेटेजी" के तहत "रिलायंस ग्रुप कॉर्पोरेट सेंटर" (RGCC) बनाया है. यह सेंटर ग्रुप की कंपनियों को नए अवसरों और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट में मार्गदर्शन देगा. RGCC की कोर टीम में ग्रुप के अनुभवी लीडर्स शामिल होंगे, जिनमें सतीश सेठ, पुनीत गर्ग और के.राजा गोपाल शामिल हैं. तीनों के पास मैनेजमेंट का कुल मिलाकर लगभग 100 साल का अनुभव है, जिसमें 50 साल से ज्यादा रिलायंस ग्रुप के साथ काम करने का एक्सपीरियंस शामिल है. पुनीत गर्ग वर्तमान में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के सीईओ हैं.
रिलायंस ग्रुप में ये होंगे RGCC के मुख्य काम
RGCC का उद्देश्य ग्रुप की विकास पहलों को सपोर्ट करना और भविष्य के प्रोजेक्ट्स के लिए लीडरशिप की एक नई पीढ़ी तैयार करने के लिए इन अनुभवी लीडर्स की विशेषज्ञता का इस्तेमाल करना है. RGCC उभरते हुए इंडस्ट्री लीडर्स को सलाह देने और उनके लगातार विकास के लिए अनुभव को नई प्रतिभा के साथ मिलाने में अहम भूमिका निभाएगा. आपको बता दें कि कोर ग्रुप में शामिल सतीश सेठ और पुनीत गर्ग पिछले दो दशकों से अधिक समय से ग्रुप में कई लीडरशिप पदों पर रहे हैं. वहीं, के.राजा गोपाल छह साल से रिलायंस पावर के टॉप मैनेजमेंट में हैं. उन्हें पावर सेक्टर में 27 साल से ज्यादा का अनुभव है.
रिलायंस ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा- 'इंडस्ट्री की चुनौतियों से निपटने में मिलेगा सहयोग'
रिलायंस ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा, "हमें RGCC को पेश करते हुए खुशी हो रही है, जो अनुभवी प्रोफेशनल्स की एक टीम है. यह रणनीतिक कदम इन लीडर्स के इतने साल के एक्सपीरियंस का इस्तेमाल करके ग्रुप के भविष्य के कदम को आगे बढ़ाने के लिए है, साथ ही इंडस्ट्री की चुनौतियों से निपटने और नए मौकों का फायदा उठाने, इनोवेशन को चलाने और हमारे ग्राहकों और स्टेकहोल्डर्स को बेहतरीन सुविधाएं और फायदे देने में मदद मिलेगी. हमें विश्वास है कि RGCC हमारे ग्रुप की सफलता के अगले चरण को आकार देने में अहम भूमिका निभाएगा."
इन कंपनियों ने हासिल किया जीरो बैंक डेट का दर्जा
रिलायंस ग्रुप की अहम कंपनियां रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और रिलायंस पावर लिमिटेड ने जीरो बैंक डेट का दर्जा हासिल किया है. रिलायंस पावर ने भूटान में 1,270 मेगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स को हासिल किया है, जबकि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, अपनी सब्सिडियरी कंपनी रिलायंस डिफेंस लिमिटेड के जरिए, महाराष्ट्र के रत्नागिरी में 1,000 एकड़ में छोटे हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों के लिए एक प्रोडक्शन फैसिलिटी स्थापित कर रही है.
रिलायंस ग्रुप की 17,600 करोड़ रुपए जुटाने की घोषणा
रिलायंस ग्रुप की इन महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाओं को सपोर्ट करने के लिए, कंपनियों ने 17,600 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की है. इसमें प्रेफरेंशियल इक्विटी इश्यू के जरिए 4,500 करोड़ रुपये, इक्विटी-लिंक्ड लंबी अवधि के FCCB के माध्यम से Varde Partners से 7,100 करोड़ रुपये और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) से 6,000 करोड़ रुपये शामिल हैं, जिसमें रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का लक्ष्य 3,000 करोड़ रुपये है.