स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने 13 दिसंबर, 2018 को अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ दैनिक हॉट मेटल उत्पादन 55282 टन दर्ज किया है. सेल ने इससे पहले अब तक का सबसे अच्छा उत्पादन 54786 टन इसी साल 24 नवंबर को हासिल किया था. दसअसल हॉट मैटल एक तरह से स्टील के उत्पाद बनाने के लिए कच्चे माल के तौर पर प्रयोग होता है. हॉट मैटल से ही विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए जरूरत के अनुरूप स्टील तैयार किया जाता है. कंपनी नई इकाइयों से उत्पादन बढ़ा रही है और अपने तीन एकीकृत इस्पात संयंत्रों के नए ब्लास्ट फर्नेस – राउरकेला इस्पात संयंत्र के दुर्गा, इस्को इस्पात संयंत्र के कल्याणी और भिलाई इस्पात संयंत्र के महामाया के चालू होने के बाद से इनकी निर्धारित क्षमता के अनुरूप उत्पादन करने में लगी हुई है.

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राउरकेला इस्पात संयंत्र ने भी हासिल की ये उपलब्धि

सेल के इस सर्वश्रेष्ठ हॉट मेटल उत्पादन के साथ ही, सेल के राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) ने भी 13 दिसंबर 2018 को 13051 टन हॉट मेटल का उत्पादन करके एक नया बेंचमार्क स्थापित किया है. राउरकेला संयंत्र ने इससे पहले अपना सर्वश्रेष्ठ हॉट मेटल उत्पादन 12622 टन 8 जून 2018 को दर्ज किया था. राउरकेला संयंत्र के इस रिकार्ड उत्पादन की सफलता में सेल के सबसे पहले ब्लास्ट फर्नेस #1 पार्वती (जिसे हाल ही में पुनर्निर्मित किया गया है) और नए ब्लास्ट फर्नेस #5 का महत्वपूर्ण योगदान है.

उत्पादन बढ़ाने पर दिया जा रहा जोर

सेल अध्यक्ष श्री अनिल कुमार चौधरी नई इकाइयों से उत्पादन बढ़ाने पर लगातार जोर दे रहे हैं. सेल की विभिन्न इकाइयों और संयंत्रों में कार्मिकों से सीधे मुलाक़ात और संवाद के दौरान उन्होंने कार्मिकों से उत्पादन बढ़ाने और निर्धारित क्षमता को हासिल करने के लिए निरंतर प्रोत्साहित करते रहे हैं.