Budget 2019: मंदी की मार झेल रहे रीयल एस्टेट सेक्टर को नई सरकार से काफी उम्मीदें हैं. बजट से रियल एस्टेट उद्योग क्या उम्मीद रखता है इस पर महिंद्रा लाइफस्पेसेस की MD & CEO संगीता प्रसाद से जी बिजनेस ने की खास बातीचीत.

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सरकार से नीतियों में सुधार की उम्मीद

रियल एस्टेट सेक्टर में सरकार को इस बात का पता है कि रियल एस्टेट सेक्टर को काफी तनाव है. रियल एस्टेट में काफी प्रोजेक्टों में एनबीएफसी और बैंकों के पैसे लगे हैं. ऐसे में सरकार से उम्मीद है कि सरकार बजट में कुछ ऐसे कदम उठाए जाएंगे जो इस उद्योग के लिए अच्छे होंगे और अच्छे डेवलपर निर्धारित समय और सही कीमत में लोगों को उनके सपनों का घर दे सकेंगे.

एसईजेट में देखी जा सकती है ग्रोथ

स्पेशल इकोनॉमिक जोन बनाया जाना एक लांग टर्म रिफार्म है. ऐसे में देश में औद्योगिक विकास के लिए भारत सरकार को इस क्षेत्र में ध्यान देनी की जरूरत है. आने वाले समय में एसईजेट क्षेत्र में ग्रोथ देखी जा सकती है.

नौकरियां बढ़ाना है जरूरी

रियल एस्टेट सेक्टर में सुधार के लिए जरूरी है कि रोजगार को बढ़ाया जाए. नौकरियां बढ़ने से लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी जिससे आने वाले समय में रियल एस्टेट सेक्टर में सुधार देख जा सकता है. मुंबई, पुणे, बैंगलुरु व एनसीआर के रियल एस्टेट सेक्टर में आने वाले समय में तेजी रह सकती है.

सरकार स्थाई नीतियां बनाए तो बेहतर

रियल एस्टेट सेक्टर में सुधार के लिए सबसे बड़ी जरूरत है कि सरकार की नीतियां स्थाई हों. बार - बार नीतियां बदलने से भी मुश्किल बढ़ती है. वहीं सरकार को हर तरह के एनओसी व अप्रूवल को लेने की प्रक्रिया को भी सरल करना चाहिए.

रेरा सरकार का अच्छा कदम

रेरा जैसे रेगुलेट्री रिफॉर्म बाजार में पारदर्शिता को बढ़ाते है. इससे बाजारा में स्थिरता भी आती है. क्योंकि इस तरह की नियामक से डेवलपर की जिम्मेदारी बढ़ जाती है और वो काफी जिम्मेदारी से कारोबार करते हैं. रेरा सरकार का काफी अच्छा कदम है.