Paytm Q4 Results: पेटीएम का घाटा और बढ़ा, आय भी घटी; शेयर में आई तेज गिरावट
Paytm Q4 results: पेटीएम की पैरेंट कंपनी One97 Communications का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया है, अगर YoY देखें तो पिछले साल ये इसी अवधि में घाटा 167.5 करोड़ रुपये था.
फिनटेक कंपनी Paytm के शेयरों में जहां मंगलवार को 5 पर्सेंट की तेजी आई थी, वहीं आज बुधवार को स्टॉक में तेज गिरावट दर्ज हो रही थी. दरअसल, बुधवार को कंपनी ने चौथी तिमाही के अपने नतीजे पेश किए हैं, जोकि काफी खराब रहे हैं. इसके बाद शेयरों में तेज रिएक्शन दिखा. नतीजे जारी किए जाने के बाद शेयर 2 पर्सेंट तक गिर गए. काउंटर कारोबार की शुरुआत में 355 रुपये के ऊपर खुला था, लेकिन इंट्राडे में ये 345 रुपये पर आ गया. दोपहर 12 बजे के करीब इसमें 0.81 पर्सेंट की गिरावट दर्ज हो रही थी और स्टॉक 348 के आसपास ट्रेड हो रहा था.
कैसे रहे Paytm के नतीजे?
पेटीएम की पैरेंट कंपनी One97 Communications का वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया है, अगर YoY देखें तो पिछले साल ये इसी अवधि में घाटा 167.5 करोड़ रुपये था. वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम ब्रांड का स्वामित्व है.
कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसकी कंसॉलिडेटेड आय 2.8 प्रतिशत घटकर 2,267.1 (YoY) रुपये हो गई, पिछले साल समान अवधि में यह 2,464.6 करोड़ रुपये थी. अगर पूरे फाइनेंशियल ईयर की बात करें तो पूरे वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का घाटा कम होकर 1,422.4 करोड़ रुपये रह गया. यह वित्त वर्ष 2022-23 में घाटा 1,776.5 करोड़ रुपये था. पेटीएम का सालाना रेवेन्यू करीब 25 प्रतिशत बढ़कर 9,978 करोड़ रुपये हो गया, यह 2022-23 में 7,990.3 करोड़ रुपये था. ESOP के पहले EBITDA 234 करोड़ रुपये से घटकर 103 करोड़ रुपये पर आया है.
पेटीएम ने एक बयान में कहा, ‘‘ हमारे वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के परिणाम यूपीआई लेनदेन पर अस्थायी व्यवधान और पीपीबीएल प्रतिबंध के कारण स्थायी व्यवधान से प्रभावित हुए. पेटीएम ने 2,267 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया, जो वार्षिक आधार पर तीन प्रतिशत की मामूली गिरावट है. हमारा योगदान मुनाफा यूपीआई प्रोत्साहनों सहित 57 प्रतिशत और यूपीआई प्रोत्साहनों को छोड़कर 51 प्रतिशत रहा.’’
गाइडेंस में सुधार की उम्मीद
कंपनी ने गाइडेंस में सुधार की उम्मीद जताई है. मैनेजमेंट का कहना है कि FY25 के Q3 तक नए मर्चेंट जोड़ने में सुधार होगा और FY25 के Q2 से महत्वपूर्ण सुधार का भरोसा है. कंपनी ने ये भी कहा कि Employee Cost में वो ₹400-₹500 करोड़ रुपये की बचत करेगी. और कंपनी की नॉन कोर एसेट को अलग करने की भी योजना है.
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने 15 मार्च से व्यापारियों सहित ग्राहकों के हित को ध्यान में रखते हुए पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) को किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट और फास्टैग में जमा, क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है. पेटीएम ने पीपीबीएल पर आरबीआई के प्रतिबंध से 300-500 करोड़ रुपये के नुकसान होने का अनुमान लगाया था.