सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं गैस कंपनी ओएनसीजी को कृष्णा-गोदावरी बेसिन में 72 कुओं को विकसित करने के लिये अतिरिक्त खुदाई के वास्ते हरित मूंजरी मिल गयी है. पर्यावरण मंत्रालय की विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति (ईएसी) ने यह मंजूरी दी.

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ओएनजीसी ने आंध्र प्रदेश के कृष्णा, पूर्वी गोदावरी और पश्चिमी गोदावरी जिलों में 72 कुओं को विकसित करने के लिये उनमें अतिरिक्त खुदाई से संबंधित परियोजनाओं के लिये पर्यावरण मंत्रालय के समक्ष प्रस्ताव भेजा था. 

ईएसी ने 30 अगस्त को आयोजित बैठक के ब्योरे में कहा कि ईएसी ने विचार-विमर्श के बाद परियोजना के लिये पर्यावरण मूंजरी की सिफारिशों को अनुमति दे दी है. यह मूंजरी नियमों और शर्तों के अनुपालन के अधीन है. 

पर्यावरण मंजूरी देते समय समिति ने कहा कि कुओं के अन्वेषण, उत्पादन, भंडारण और रखरखाव के दौरान यदि मीथेन गैस का उत्सर्जन होता हो तो इंफ्रा-रेड कैमरे या उचित प्रौद्योगिकी का उपयोग करके इसकी निगरानी की जानी चाहिये. यह समिति द्वारा निर्धारित शर्तों में से एक है. 

समिति ने कहा कि प्रत्येक कुएं के लिये कुल 4.5 एकड़ भूमि की जरूरत होगी. परियोजना की अनुमानित लागत 792 करोड़ रुपये है.