इंटरनेट स्विच, रॉउटर और डब्ल्यूएलएएन सेगमेंट समेत भारत के नेटवर्किं ग बाजार में पिछले साल के मुकाबले 2019 की पहली तिमाही में 14.8 फीसदी का प्रसार हुआ है. यह बात आईडीसी की एक रिपोर्ट में कही गई. रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट स्विच बाजार में सिस्को का दबदबा लगातार कायम रहा और कंपनी की बाजार हिस्सेदारी में पहली तिमाही में 53.4 फीसदी रही. इसके बाद हैवलेट पैकार्ड इंटरप्राइजेज (एचपीई) और हुआवेई का स्थान रहा. 

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राउटर बाजार में सिस्को की बाजार हिस्सेदारी 59.5 फीसदी रही. इस बाजार में नोकिया और हुआवेई क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रही. वर्ष 2019 की पहली तिमाही में डब्ल्यूएलएएन सेगमेंट में एचपीई की बाजार हिस्सेदारी 20.8 फीसदी रही जिसके बाद सिस्को और टीपी-लिंक की हिस्सेदारी रही. 

आईडीसी इंडिया के सीनियर मार्केट एनालिस्ट (इंटरप्राइज नेटवर्किंग) सुदर्शन रघुनाथन ने कहा, "डिजिटल बदलाव की ओर मुखातिब संगठनों में प्रबंधन को सुचारु बनाने के लिए सॉफ्टवेयर आधारित प्रौद्योगिकी अनिवार्य है."

पेटीएम मॉल को फायदा

पेटीएम मॉल ने कहा कि उसे वित्त वर्ष 2019 में अपने यूनिक कारोबारी मॉडल ओ2ओ (ऑफलाइन-टू-ऑनलाइन) से अपना राजस्व दोगुना करने में फायदा मिला है. कंपनी ने कहा कि आलोच्य अवधि के दौरान उसकी लागत में 50 फीसदी की कमी आई है. इस सफलता से कंपनी फायदे में रही है जबकि लागत में कमी आई है. कंपनी फैशन, होम, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक और मोबाइल पर ध्यान केंद्रित कर रही है. 

कंपनी ने कहा कि वह वेयरहाउस मॉडल से हटकर कामयाब मॉडल ओ2ओ की ओर आ चुकी है जिससे लागत में 35 फीसदी तक की बचत हुई है.