मुंबई NCLT ने आर्सेलर मित्तल के उत्तम गाल्वा को खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. आर्सेलर मित्तल ने 4050 करोड़ रुपए का रिजॉल्यूशन प्लान दिया था, जबकि उत्तम गाल्वा के खिलाफ कुल 9338 करोड़ रुपए की देनदारी तय की गई थी. उत्तम गाल्वा ने NCLT से प्लान मंजूर होने की जानकारी एक्सचेंज को दी है. आर्सेलर मित्तल ने ये प्लान अपनी कंपनी AM Mining के जरिए दिया था. आर्सेलर मित्तल एक समय उत्तम गाल्वा की को-प्रोमोटर थी. लेकिन एस्सार स्टील को खरीदने की बोली लगाने के लिए आर्सेलर मित्तल ने उत्तम गाल्वा में बाद में उत्तम गाल्वा का सारा कर्ज भी ले लिया था.

अक्टूबर 2020 में इन्सॉल्वेंसी फाइल किया गया था

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कंपनी के खिलाफ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मुंबई NCLT में इन्सॉल्वेंसी का केस फाइल किया था.  अक्टूबर 2020 में NCLT ने अर्जी को मंजूर किया था. उसके बाद बोलियां मंगाई गईं थीं. उत्तम गाल्वा के लिए कई स्टील कंपनियों और फंड्स ने बोली लगाई थी. लेकिन बाजी आर्सेलर मित्तल के हाथ लगी. आर्सेलर मित्तल की ये भारत में तीसरी कंपनी की खरीद होगी. इससे पहले एस्सार स्टील और उसके बाद ओडिशा स्लरी पाइपलाइन को आर्सेलर मित्तल ने खरीदा था.  

इन कंपनियों ने बोली लगाई थी

उत्तम गाल्वा को खरीदने की रेस में JSW Steel, JSPL, कोटक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स थे. इसके अलावा इंटरनेशनल असेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी की भी बोली थी. ESL की तरफ से भी बोली लगाई गई थी. 

2026 तक क्षमता दोगुना करने का लक्ष्य

आर्सेलर मित्तल-निप्पॉन स्टील इंडिया का गुजरात प्लांट में 5.1 बिलियन डॉलर खर्च की योजना है. कंपनी का लक्ष्य 2026 तक स्टील उत्पादन को बढ़ाकर 15 मिलियन टन करना है. वर्तमान में इस वेंचर की क्षमता 7.6 मिलियन टन प्रोडक्शन की है. मार्च 2024 तक इसकी क्षमता 1 मिलियन टन सालाना से बढ़ाने की है.