SIP (सिस्‍टेमेटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान) के जरिए निवेश में लगातार तेजी तथा उथल-पुथल भरे बाजार के बाद भी खुदरा निवेशकों की मजबूत भागीदारी से वर्ष 2018 में म्युचुअल फंडों के प्रबंधन के तहत परिसपंत्तियां (AUM) 1.24 लाख करोड़ रुपये बढ़ गईं. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, म्युचुअल फंड उद्योग द्वारा प्रबंधित परिसंपत्तियां दिसंबर 2018 के अंत तक साल भर पहले के 22.37 लाख करोड़ रुपये से 5.54 प्रतिशत यानी 1.24 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 23.61 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गयीं.

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यह लगातार छठा साल है जबकि म्युचुअल फंड उद्योग के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियों (AUM) में वृद्धि हुई है. हालांकि, 2017 से तुलना करें तो 2018 में वृद्धि की गति सुस्त पड़ी है. वर्ष 2017 में उद्योग की प्रबंधित संपत्ति 32 प्रतिशत यानी 5.4 लाख करोड़ रुपये बढ़ी थी.

क्वांटम म्यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जिम्मी पटेल ने 2018 में म्युचुअल फंडों की संपत्ति में तेजी का श्रेय खुदरा निवेशकों की मजबूत भागीदारी को दिया. उन्होंने कहा कि निवेशकों को शिक्षित बनाने के सेबी के प्रयासों तथा एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया के ‘म्युचुअल फंड सही है’ अभियान ने भी इसमें मदद की. म्युचुअल फंडों का मानना है कि नए साल में भी उनकी प्रबंधित संपत्ति में वृद्धि का रुख जारी रहेगा.