(रिपोर्ट: प्रकाश प्रियदर्शी) केंद्र सरकार ने स्टील सेक्टर की तीन सबसे बड़ी कंपनियों के मर्जर पर काम शुरू कर दिया है. इस क्रम में सबसे पहले दो सरकारी कंपनियों नीलांचल इस्पात निगम लिमिटेड (NINL) और राष्ट्रीय इस्पात निगम (RINL) के मर्जर की प्लानिंग शुरू हो गई है. इसके बाद जो कंपनी होगी उसका मर्जर SAIL यानी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया में होगा. मतलब यह कि स्टील सेक्टर की इस नई कंपनी का मैनेजमेंट भी SAIL के दायरे में होगा. इसके लिए सरकार ने सभी पक्षों से बातचीत शुरू कर दी है. 

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NINL में ओडिशा सरकार का हिस्सा

नीलांचल इस्पात निगम लिमिटेड में में केंद्र सरकार के स्वामित्व वाली एमएमटीसी की एकमुश्त हिस्सेदारी 49.78% है, जबकि दूसरी अलग-अलग सरकारी कंपनियों की हिस्सेदारी करीब 34.93 परसेंट है. बाकी बची पूरी हिस्सेदारी ओडिशा सरकार की कंपनी IPICOL की है. NINL में ओडिशा सरकार की कुल हिस्सेदारी है 15.29%. फिलहाल, केंद्र सरकार और ओडिशा सरकार से उसकी हिस्सेदारी बेचने पर बात कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, अभी ओडिशा सरकार अपनी हिस्सेदारी बेचने को तैयार नहीं है.

DIPAM की कोशिशें जारी

फिलहाल, डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट मर्जर को लेकर पूरी कोशिश कर रहा है. इसके लिए DIPAM की ओडिशा सरकार, राष्ट्रीय इस्पात निगम और स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया से भी बातचीत चल रही है. RINL में NINL के विलय को सरकार इसी वित्त वर्ष में पूरा करना चाहती है. इस मर्जर के बाद स्टील सेक्टर में SAIL सबसे बड़े प्लेयर के तौर पर उभरेगी.