वॉरशिप और सबमरीन बनाने वाली दिग्गज नवरत्न कंपनी मझगांव डॉक ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही के लिए रिजल्ट (Mazagon Dock Q1 Results) का ऐलान किया है. कंपनी का प्रदर्शन शानदार रहा है. कंसोलिडेटेड आधार पर नेट प्रॉफिट 39.55 फीसदी उछाल के साथ 314 करोड़ रुपए रहा. स्टैंडअलोन आधार पर नेट प्रॉफिट 287 करोड़ रुपए का रहा. इसमें सालाना आधार पर 32.25 फीसदी का ग्रोथ दर्ज किया गया. टोटल इनकम 1.65 फीसदी उछाल के साथ 2405 करोड़ रुपए रही. EBITDA 30.32 फीसदी उछाल के साथ 404 करोड़ रुपए का रहा. ऑपरेटिंग मार्जिन 6.93 फीसदी रहा. 

Mazagon Dock का ऑर्डर बुक 39117 करोड़ रुपए का

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कंपनी का ऑर्डर बुक शानदार है. 30 जून के आधार पर कंपनी के पास 39117 करोड़ रुपए का ऑर्डर है जिसे अभी पूरा करना बाकी है. कंपनी ने फ्लोटिंग Dry Dock के लिए 496 करोड़ रुपए का कैपिटल एक्सपेंडिचर एलोकेशन किया है. INS Shankush को लेकर एक ऑर्डर मिला है जो 2725 करोड़ रुपए का है.

Mazagon Dock share performance

यह शेयर 1.3 फीसदी की गिरावट के साथ 1794 रुपए (Mazagon Dock share price) के स्तर पर बंद हुआ. 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 2042 रुपए और न्यूनतम स्तर 278 रुपए है. कंपनी का मार्केट कैप 36200 करोड़ रुपए के करीब है. एक महीने में इस शेयर में 24 फीसदी, तीन महीने में 137 फीसदी, इस साल अब तक 126 फीसदी, एक साल में 533 फीसदी का उछाल आया है.

कंपनी क्या-क्या करती है?

Mazagon Dock की बात करें तो यह देश की लीडिंग शिप बिल्डिंग कंपनी है. कंपनी नेवल शिप,  वॉरशिप, सबमरीन, ऑफशोर पेट्रोल वेसल्स, फ्लोटिंग बॉर्डर आउटपुट, टग, मल्टी सपोर्ट वेसल्स, फ्लोटिंग क्रेन, फेरीज, कार्गो वेसल्स जैसे प्रोडक्ट्स बनाती है. सर्विस सेगमेंट में यह शिप्स के लिए रीपेयरिंग सर्विस, डिजाइनिंग, ट्रेनिंग, टग सपोर्ट, सप्लाई चेन मैनेजमेंट जैसी सर्विस देती है.

डेस्टॉयर बनाने वाली एकमात्र कंपनी

कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, सरकार ने 1960 में इस कंपनी का अधिग्रहण किया था. उसके बाद से अब तक कंपनी ने 801 वेसल्स की डिलिवरी दी है. इसमें 27 वॉरशिप डेस्ट्रॉयर और 7 सबमरीन शामिल है. कंपनी को 2006 में मिनिरत्न का दर्जा मिला था.

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