Mumbai real estate News: रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate Sector) में एक बार फिर तेजी देखने को मिल रही है. कोरोना काल के बाद साल 2022 में  रियल एस्टेट गतिविधियां तेज होने से हाउसिंग मार्केट्स को फायदा मिलना तय है. लेकिन कोरोना काल के दौरान भी बड़े शहरों में प्रॉपर्टी की मांग देखने को मिली. एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट् के मुताबिक साल 2021 में टॉप सात शहरों में 2.37 लाख घरों की बिक्री की गई है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक देश के प्रमुख संपत्ति बाजार मुंबई में मांग, आपूर्ति और कीमत के मोर्चे पर अभूतपूर्व तेजी आने की उम्मीद है. कोविड-19 महामारी के चलते बाधाओं के बावजूद 2021 में 38,000 इकाइयों की बिक्री हुई. यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई. इसके मुताबिक, मुंबई के शहरी निकाय बीएमसी ने 2021 में भवन मंजूरी शुल्क के रूप में लगभग 14,200 करोड़ रुपये की कमाई की है, जो इससे पिछले वर्ष के मुकाबले पांच गुना अधिक है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

मुंबई के लिए रियल एस्टेट कंपनियों की योजनाएं हुई तेज

रिपोर्ट में कहा गया कि मुंबई आने वाले दिनों में सर्वाधिक मुनाफा देने वाला संपत्ति बाजार बन सकता है. यूबीएस सिक्योरिटीज ने कहा कि नियामक पहल के चलते मांग और आपूर्ति में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. मुंबई में मध्यम अवधि में आपूर्ति में वृद्धि होगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादातर रियल एस्टेट कंपनियों ने मुंबई के लिए अपनी योजना को तेज किया है. 

कोरोना काल के दौरान भी बिके घर

इसके अलावा नियामकीय कदमों मसलन मंजूरी शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट, स्लम पुनर्वास और तटीय नियमों सहित पुनर्विकास नीतियों को उदार करने से मध्यम अवधि में यहां मांग में तेजी आएगी. कोरोना काल के दौरान भी दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र, पुणे, कोलकाता, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री चलती रही.