आंध्र प्रदेश का कृष्णापटनम बंदरगाह 18 महीनों में 500 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. इससे वह तरल पदार्थों के मालवहन के लिए एक टर्मिनल स्थापित करेगा. साथ ही अपनी कंटेनर संभालने की क्षमता का विस्तार करेगा. बंदरगाह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल येंदलुरी ने कहा, 'तरल पदार्थ के मालवहन टर्मिनल बनाने पर हम अगले 12 से 18 महीनों में 500 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे. साथ ही अपनी कंटेनर संभालने की क्षमता का विस्तार भी करेंगे.' 

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उन्होंने कहा कि यह टर्मिनल कई तरह के सामानों के मालवहन को संभालने में सक्षम होगा. इसके लिए हम पहले ही संभावित ग्राहकों के साथ संपर्क में हैं. येदलुरी ने कहा कि उनका लक्ष्य टर्मिनल पर मानक 20 फीट की इकाई वाले कंटेनरों की आठ लाख की क्षमता को बढ़ाकर 20 लाख करने का है. बंदरगाह का लक्ष्य वित्त वर्ष 2018-19 के अंत तक छह लाख कंटेनरों के प्रबंधन का है जो पिछले वित्त वर्ष में 4.80 लाख कंटेनर था. 

उल्लेखनीय है कि आंध्र प्रदेश का कृष्णापटनम बंदरगाह एक निजी बंदरगाह है. भारत में कुल 12 प्रमुख समुद्री बंदरगाह हैं. निजी समुद्री बंदरगाह में- कृष्णापट्टनम पोर्ट, एन्नोर पोर्ट और मुंद्रा बंदरगाह आदि हैं. नौ तटीय भारतीय राज्यों- गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल भारत के सभी बड़े और छोटे बंदरगाहों के लिए घर हैं.