ऊंची वित्तीय लागत के कारण पिछले वित्त वर्ष में कृषक भारती कोऑपरेटिव लिमिटेड (कृभको) का लाभ 15 प्रतिशत लुढ़ककर 162.56 करोड़ रुपये रह गया. हालांकि कंपनी ने सदस्यों के लिए 18 प्रतिशत का उच्च लाभांश देने का ऐलान किया है. वित्त वर्ष 2016-17 में कंपनी का लाभ 190.60 करोड़ रुपये रहा था और कंपनी ने 15 प्रतिशत लाभांश दिया था.

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कृभको के चेयरमैन चंद्रपाल सिंह ने बृहस्पतिवार को कंपनी की 38वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए कहा वित्त वर्ष 2017-18 भी उर्वरक उद्योग के लिए चुनौतीपूर्ण साल रहा. उन्होंने कहा कि सरकार ने पीओएस मशीन के जरिये उर्वरकों की बिक्री की रसीद के आधार पर सब्सिडी का वितरण शुरू किया है.

सिंह ने कहा, 'प्रणालीगत कारणों से पूरे उर्वरक उद्योग को प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के बिल निकालने में बहुत अधिक कठिनाई हुई. इसलिए साल के अंत तक उर्वरक कंपनियां बड़ी राशि के सब्सिडी बिल नहीं निकाल सकीं और सरकार ने सब्सिडी मद में बहुत कम राशि जारी की.' उन्होंने कहा कि इन मुश्किल परिस्थितियों में भी सोसायटी के निदेशक मंडल ने अंशधारकों को 18 प्रतिशत लाभांश देने का फैसला किया है.