किर्लोस्कर (Kirloskar) समूह ने कहा है कि उसे रिजर्व बैंक से गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी (एनबीएफसी), किर्लोस्कर कैपिटल शुरू करने के लिए लाइसेंस प्राप्त हुआ है, जिसका नेतृत्व उद्योग जगत के अनुभवी विमल भंडारी करेंगे.

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समूह कंपनी ने कहा कि वह प्रस्तावित एनबीएफसी में 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जो किर्लोस्कर ऑयल इंजन की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी होगी. कंपनी छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) पर प्रारंभिक ध्यान केन्द्रित करने के साथ इस उद्योग को विकासशील पूंजी प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगी.

कंपनी ने एक बयान में कहा, 'किर्लोस्कर कैपिटल 3 साल में 1,000 करोड़ रुपये की पूंजी प्रतिबद्धता के साथ बेहतर पूंजी वाली कंपनी होगी. एनबीएफसी का नेतृत्व विमल भंडारी मुख्य कार्यकारी के रूप में करेंगे.' 

आरबीआई द्वारा प्रदत्त लाइसेंस पर टिप्पणी करते हुए किर्लोस्कर समूह के अध्यक्ष अतुल किर्लोस्कर ने कहा, 'हम रिजर्व बैंक की हरी झंडी मिलने से खुश हैं और व्यवसाय शुरू करने के लिए उत्साहित हैं.' नामित सीईओ, भंडारी ने बताया कि वे फरवरी-मार्च तक वाणिज्यिक परिचालन शुरू करेंगे और इसका मुख्यालय पहले ही केंद्रीय मुंबई में काम कर रहा है.

किर्लोस्कर ने कहा कि समूह में 30,000 से अधिक खुदरा विक्रेता हैं और लगभग 1,000 डीलर जुड़े हैं जिनके जरिये खासतौर से एसएमई क्षेत्र को फायदा होगा. किर्लोस्कर कैपिटल में शामिल होने से पहले, भंडारी इंडोस्टार कैपिटल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रह चुके हैं.

इससे पहले, भंडारी ने एगॉन के साथ 7 साल तक कंट्री हेड के रूप में काम किया है. वह आईएलएंडएफएस के वित्तीय सेवा व्यवसाय की अगुवाई की जिम्मेदारी उन पर थी, जहां उन्होंने 17 साल तक कार्य किया जिसमें 12 साल वह कार्यकारी निदेशक रहे.

एजेंसी इनपुट के साथ