जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत सरकार ने बड़े फैसले किए हैं. मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा खत्म करते हुए उसे केंद्र शासित प्रदेश बनाने की घोषणा की है. साथ ही जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को हटाने की सिफारिश की गई है. सरकार के इस फैसले का पूरे देश में स्वागत किया जा रहा है. 

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गृह मंत्री अमित शाह की जम्मू-कश्मीर पर फैसले के बाद शेयर मार्केट में भी सुधार देखा गया है. सोमवार को मार्केट खुलने के समय जहां निफ्टी में रजिस्टर्ड 50 कंपनियों में से महज 3 कंपनियों के ही स्टॉक हरे निशान पर ट्रेड कर रहे थे, मोदी सरकार के फैसले के बाद 12 कंपनियां के स्टॉक में सुधार हुआ और ये हरे निशान पर कारोबार करती दिखाई दीं.

उधर, मार्केट एक्सपर्ट मोदी सरकार के इस फैसले को देश हित के साथ-साथ बाजार हित में भी मान रहे हैं. मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा ने बताया कि मोदी सरकार ने कश्मीर मुद्दे को बड़ी ही समझारी के साथ सुलझाने की कोशिश की है. 

 

सरकार ने पहले तो अलगाववादियों को मिलने वाली फंडिंग को बंद की. हवाला कारोबार पर रोक लगाई. इसका असर ये दिखाई दिया कि अब कश्मीर में पत्थरबाजी बहुत कम हो गई है. 

अजय बग्गा के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर की राजनीति को 3-4 परिवार मिलकर ही चला रहे हैं और ये परिवार पूरी तरह से भ्रष्ट हैं. ये लोग यहां के विकास को मिलने वाले सारे पैसे को खुद ही हड़प कर जाते थे, आम आदमी को इसका फायदा नहीं मिल पाता था. जबकि भारत सरकार जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए बहुत पैसा वहां भेजती है.

 

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उन्होंने बताया कि सरकार के इस फैसले से कश्मीर में विकास की बयार बहेगी. विकास होगा तो मार्केट पर भी इसका असर देखने को मिलेगा.