Mutual Funds: अपने देश में म्यूचुअल फंड के प्रति निवेशकों का क्रेज लगातार बढ़ रहा है. अलग-अलग फंड हाउसेस का असेट अंडर मैनेजमेंट 59 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच चुका है. इस अपॉर्च्युनिटी को कैच करने के लिए हिंदुजा ग्रुप का बैंकिंग आर्म  IndusInd Bank इस बिजनेस में एंट्री की योजना बना रहा है. इसके लिए इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स और अटलांटा आधारित फंड हाउस  Invesco Ltd ने पिछले दिनों ज्वाइंट वेंचर बनाया था.

IIHL के जरिए नए बिजनेस में एंट्री पर सवाल

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

InGovern Research सर्विसेज के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीराम सुब्रमण्य्म ने इंडसइंड बैंक के प्रमोटर्स की तरफ से पारा-बैंकिंग सर्विसेज- जैसे म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस बिजनेस में एंट्री के तरीके पर सवाल उठाया है. उनका कहना है कि इंडसइंड बैंक के माइनॉरिटी शेयर होल्डर्स के साथ यह एक तरीके का धोखा है. नए बिजनेस की होल्डिंग डायरेक्ट  IndusInd Bank को खरीदना चाहिए था, लेकिन यह खेल मॉरिशस आधारित इन्वेस्टमेंट फंड इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग लिमिटेड (IIHL) की तरफ से किया जा रहा है.

IIHL है इंडसइंड बैंक का प्रमोटर

IndusInd Bank का प्रमोटर हिंदुजा ग्रुप है. मार्च 2024 के आधार पर इस बैंक में प्रमोटर की हिस्सेदारी 16.4% है. प्रमोटर की बात करें तो IIHL के पास 12.49% और इंडसइंड होल्डिंग के पास 3.90% हिस्सेदारी है. बाकी 83% के करीब माइनॉरिटी शेयर होल्डर्स हैं. सुब्रमण्यम का कहना है कि जो काम इंडसइंडस बैंक को डायरेक्टरली करना चाहिए वह काम मॉरिशस आधारित इन्वेस्टमेंट फर्म IndusInd International Holdings कर रही है.

रिलायंस कैपिटल और  Invesco AMC में हिस्सेदारी

इन्वेस्को लिमिटेड की 100% सब्सिडियरी Invesco AMC भारत में म्यूचुअल फंड बिजनेस में है. इस बिजनेस में 60% हिस्सेदारी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग ने ली है और 40% इन्वेस्को लिमिटेड के पास ही रहेगा. मई के महीने में IRDAI ने इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स को Reliance Capital के एक्वीजिशन को ग्रीन सिग्नल दिया था. इसके लिए इंश्योरेंस बिजनेस में एंट्री ली जा रही है.