अमेरिका की पेय पदार्थ बनाने वाली इस कंपनी की बागडोर 12 साल संभालने के बाद इंद्रा नूयी ने आज 3 अक्टूबर को अपना पद छोड़ दिया. भारतीय मूल की पेप्सीको की मुख्य कार्यपालक अधिकारी इंद्रा नूयी ने कहा कि उनके भीतर अभी काफी ऊर्जा है और आने वाले समय में वह कुछ अलग करना तथा परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहती हैं. 

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चेन्नई में जन्मीं नूयी जब 2006 में पेप्सीको की सीईओ बनी, उन्होंने कारपोरेट अमेरिका के लंबे समय से चल रहे बंधन को तोड़ा और लाखों युवा भारतीयों को अपने सपने को पूरा करने के लिये प्रेरित किया. 

पेप्सीको की 2018 की तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम को लेकर आयोजित कॉन्फ्रेंस काल में अपने समापन संबोधन में उन्होंने कहा, ‘आपको पता है सीईओ के रूप में 12 साल लंबा समय है और आज भी मेरे भीतर काफी ऊर्जा है. मैं अपने जीवन में कुछ अलग करना चाहती हूं. अपने परिवार के साथ अधिक समय व्यतीय करना चाहती हूं और पेप्सीको में अगली पीढ़ी को एक महान कंपनी की अगुवाई का मौका देना चाहती हूं.’ 

नूयी ने कहा कि पेप्सीको की अगुवाई करने का मौका और मौजूदा निदेशक मंडल, कार्यकारी और सहयोगी, शेयरधारकों एवं अन्य संबंधित पक्षों समेत बेहतरीन लोगों के साथ काम करना उनके लिये गर्व की बात रही है. 

वह 24 साल से कंपनी में काम करने के बाद पद से हटी हैं. इस 24 साल के सेवा काल में वह 12 साल सीईओ रहीं. वह 2019 की शुरूआत तक कंपनी की चेयरपर्सन रहेंगी ताकि जिम्मेदारी का बिना किसी समस्या के हस्तांतरण हो सके. 

उल्लेखनीय है कि पेप्सीको के निदेशक मंडल ने इस साल अगस्त में नूयी के उत्तराधिकारी के रूप में रामोन लागुआर्ता का चयन किया. वह 62 साल की नूयी का स्थान लेंगे.