देश का निर्यात मई महीने में 3.93 प्रतिशत बढ़कर 30 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वाणिज्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार रसायन, फार्मास्युटिकल्स और इंजीनियरिंग क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन की वजह से निर्यात बढ़ा है. आंकड़ों के अनुसार मई में आयात भी 4.31 प्रतिशत बढ़कर 45.35 अरब डॉलर रहा. दूसरी ओर देश का सेवाओं का निर्यात अप्रैल महीने में 2.8 प्रतिशत बढ़कर 18.06 अरब डॉलर पर पहुंच गया. रिजर्व बैंक के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. अप्रैल 2018 में सेवाओं का निर्यात 17.56 अरब डॉलर रहा था. 

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रिजर्व बैंक के सेवाओं के अंतरराष्ट्रीय व्यापार के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल में सेवाओं का भुगतान या आयात 4.6 प्रतिशत बढ़कर 11.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के समान महीने में 10.92 अरब डॉलर था. सेवाओं के मासिक आंकड़े अस्थायी होते हैं और तिमाही आधार पर भुगतान संतुलन (बीओपी) के आंकड़े आने के बाद इनमें संशोधन होता है.

इस तरह व्यापार घाटा बढ़कर 15.36 अरब डॉलर पर पहुंच गया. मई, 2018 में निर्यात और आयात का अंतर 14.62 अरब डॉलर रहा था. समीक्षाधीन महीने में कच्चे तेल का आयात 8.23 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 12.44 अरब डॉलर रहा, जबकि गैर तेल आयात 2.9 प्रतिशत बढ़कर 32.91 अरब डॉलर पर पहुंच गया. मई में सोने का आयात 37.43 प्रतिशत बढ़कर 4.78 अरब डॉलर पर पहुंच गया. चालू वित्त वर्ष के पहले दो माह अप्रैल-मई में निर्यात 2.37 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 56 अरब डॉलर रहा है. इस दौरान आयात 4.39 प्रतिशत बढ़कर 86.75 अरब डॉलर पर पहुंच गया. इस तरह अप्रैल-मई में व्यापार घाटा 30.69 अरब डॉलर रहा है.

विदेश व्यापार की खास बातें - 

मई में आयात 4.3% बढ़कर $4,535 करोड़ हुआ.

ऑयल इंपोर्ट 8.2% बढ़कर $1,244 करोड़ हुआ.

गोल्ड इंपोर्ट 37.4% बढ़कर $478 करोड़ हुआ.

इलेक्ट्रॉनिक गुड्स इंपोर्ट 3.2% गिरकर $483 करोड़.

पेट्रोलियम प्रोडक्ट एक्सपोर्ट 1.4% गिरकर $516 करोड़.

इंजीनियरिंग गुड्स एक्सपोर्ट 4.4% बढ़कर $746 करोड़.

जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट्स 7.4% गिरकर $341 करोड़.

व्यापार घाटा $1,462 करोड़ से बढ़कर $1,536 करोड़.

आयात 4.4% बढ़कर $8,675 करोड़.